55वें भारतीय फिल्म महोत्सव की मेजबानी करेगा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय

Nov 12, 2024 - 12:26
 0  19
55वें भारतीय फिल्म महोत्सव की मेजबानी करेगा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय
Follow:

55वें भारतीय फिल्म महोत्सव की मेजबानी करेगा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय

20 से 28 नवंबर, तक गोवा में राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) और एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा (ईएसजी) के सहयोग से आयोजित किया जाएगा

लाइट, कैमरा, आईएफएफआई 2024 के जश्न के लिए तैयार गोवा

आईएफएफआई 2024 का थीम -"युवा फिल्म निर्माता -भविष्य अब है" - रचनात्मकता के भविष्य को आकार देने में युवाओं की क्षमता को महत्व देता है

आईएफएफआई 2024 ने सभी कहानीकारों और सिनेप्रेमियों को सिनेमा के आनंद में शामिल होने का आह्वान किया ।

आईएफएफआई कान जैसे वैश्विक फिल्म समारोहों के समतुल्य है जैसा कि अंतरराष्ट्रीय फिल्म प्रस्तुतियों के संबंध में प्राप्त जबरदस्त रुचि से पता चला है: राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन

आईएफएफआई 2024, उभरती प्रतिभा, पहुंच और सांस्कृतिक विरासत पर ध्यान देने के साथ वैश्विक सिनेमा का उत्सव है: सचिव, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय संजय जाजू

कथा वाचन की कला को संरक्षित करना पहले से कहीं अधिक आवश्यक है ।

आईएफएफआई 2024 इस कालातीत कला को सम्मानित और पोषित करता है: महोत्सव निदेशक, शेखर कपूर ।

भारत बेताब सपनों का देश है; आईएफएफआई कल के रचनात्मक युवा प्रतिभाओं को सामने लाकर बड़ी भूमिका निभा रहा हैः प्रसून जोशी ।

युवा फिल्म निर्माण प्रतिभा को मान्यता देने के लिए सर्वश्रेष्ठ भारतीय नवोदित निर्देशक का एक नया पुरस्कार स्थापित किया गया ।

सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, अपनी असाधारण गाथा के माध्यम से सिनेमा पर अमिट छाप छोड़ने के लिए प्रसिद्ध ऑस्ट्रेलियाई निर्देशक फिलिप नॉयस को प्रदान किया जाएगा ।

एनएफडीसी-एनएफएआई के राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन के माध्यम से आईएफएफआई में भारतीय सिनेमा की पुनर्जीवित क्लासिक फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा

'आईएफएफआईएस्टा': मनोरंजन क्षेत्र की स्थापना की जाएगी, जहां फिल्में, संगीत और संस्कृति एक साथ आएंगी; आईएफएफआई में युवाओं की भागीदारी और जुड़ाव को बढ़ाया जाएगा

दया शंकर चौधरी

राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) और एंटरटेनमेंट सोसाइटी ऑफ गोवा (ईएसजी) के सहयोग से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय 20 से 28 नवंबर, 2024 तक गोवा में 55वें भारतीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) की मेजबानी करेगा। यह कहानीकारों और सिनेमा प्रेमियों के लिए खुश होने का एक अवसर है।55वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) एक जीवंत कार्यक्रम और विविध कार्यक्रमों के साथ शुरू होने जा रहा है, जिससे वैश्विक सिनेमा के एक अविस्मरणीय उत्सव का वादा किया गया है। *55वें आईएफएफआई का पूर्वावलोकन संवाददाता सम्मेलन* आज केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की विशेष सचिव नीरजा शेखर, आईएफएफआई के महोत्सव निदेशक शेखर कपूर, सीबीएफसी के अध्यक्ष प्रसून जोशी और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित किया गया। अपने संबोधन के दौरान, डॉ. एल. मुरुगन ने वैश्विक मंच पर महोत्सव की प्रतिष्ठित भूमिका पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा, "आईएफएफआई न केवल भारत के लिए बल्कि विश्व स्तर पर एक ऐतिहासिक आयोजन बन गया है, जो "कान" जैसे वैश्विक महोत्सवों के समतुल्य है।" डॉ. मुरुगन ने महोत्सव के अनुभव को समृद्ध बनाने के लिए हर साल शुरू की जाने वाली अनूठी पहलों पर जोर दिया और बताया कि इस साल के आयोजन में फिल्मों के प्रति जबरदस्त रुचि देखने को मिली है, जो महोत्सव की बढ़ती पहुंच और प्रभाव को दर्शाती है। जन सहभागिता बढ़ाने के लिए मंत्रालय ने मुंबई और चेन्नई में हाल ही में आयोजित कार्यक्रमों सहित प्रमुख शहरों में प्रोमोशनल रोड शो आयोजित किए हैं, इसके बाद हैदराबाद में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। डॉ. मुरुगन ने उद्योग जगत के दिग्गजों से इस महोत्सव को अपने महोत्सव के रूप में स्वीकार करने का आग्रह किया, जो आत्मनिर्भर भारत की भावना और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आईएफएफआई को विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित सिनेमाई कार्यक्रम के रूप में स्थापित करने के विजन को दर्शाता है। उन्होंने लोगों से गोवा में आयोजित होने वाले महोत्सव में शामिल होने का भी आग्रह किया। *आईएफएफआई 2024 का विषय: 'युवा फिल्म निर्माता' - "भविष्य अब है"* केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव के विजन के अनुसार, आईएफएफआई 2024 का विषय "युवा फिल्म निर्माता" पर केंद्रित है, जो रचनात्मकता के भविष्य को आकार देने में उनकी क्षमता को महत्व देता है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने आज अपने उद्घाटन भाषण में कहा, "भारत तेजी से दुनिया के सबसे बड़े फिल्म निर्माण राष्ट्र के रूप में उभर रहा है, जो विभिन्न प्रारूपों और दृष्टिकोणों को अपना रहा है। हमारे उद्योग के भीतर नई, उभरती आवाज राष्ट्र को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।" उन्होंने यह भी कहा कि आईएफएफआई 2024 को फिल्म निर्माताओं और सिनेमा प्रेमियों दोनों के लिए डिजाइन किया गया है और भविष्य को आकार देने वाली आवाज को प्राथमिकता दी गई है, विशेष रूप से उभरते युवा फिल्म निर्माता, जो राष्ट्र के सांस्कृतिक कथानक को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। *क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो मंच* की पहल को पिछले आयोजनों में शामिल 75 से बढ़ाकर 100 युवा प्रतिभाओं को समर्थन देने के लिए आगे बढ़ाया गया है। देश भर के फिल्म स्कूलों के 400 युवा फिल्म छात्रों को आईएफएफआई में भाग लेने के लिए मंत्रालय द्वारा सुविधा प्रदान की जा रही है। भारत भर में युवा फिल्म निर्माण प्रतिभाओं को मान्यता देने के लिए सर्वश्रेष्ठ नवोदित भारतीय निर्देशक का एक नया सेक्शन और पुरस्कार स्थापित किया गया है।

मास्टरक्लास, पैनल चर्चा, फिल्म बाजार और फिल्म पैकेज सभी युवा रचनाकारों के लिए तैयार किए गए हैं। आईएफएफआई 2024 सिनेमा के दिग्गजों को श्रद्धांजलि भी देगा और विशेष श्रेणियों और प्रदर्शनियों के माध्यम से विविध दृष्टिकोणों को प्रदर्शित करेगा, जो गोवा में दर्शकों के लिए एक अनूठा अनुभव लेकर आएगा। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव ने भी 55वें आईएफएफआई के सहयोग आधारित सार पर प्रकाश डाला और इसे वास्तव में उद्योग के नेतृत्व में और उद्योग के लिए एक महोत्सव बताया, जिसमें प्रशंसित फिल्म निर्माता शेखर कपूर महोत्सव निदेशक के रूप में कार्य कर रहे हैं । इसे ऐतिहासिक बताते हुए उन्होंने कहा, "फिल्म महोत्सव के इतिहास में पहली बार हमने महोत्सव को फिल्म उद्योग को सौंपने की परंपरा शुरू की है, जो इस पूरी पहल का नेतृत्व कर रहा है।" *आईएफएफआई: कथा वाचन की कला का उत्सव* महोत्सव के निदेशक शेखर कपूर ने सिनेमा में कहानी कहने की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और इसे सिनेमाई अनुभव का हृदय बताया। उन्होंने कहा, "तेजी से विकसित हो रही दुनिया में, कथा वाचन की कला को संरक्षित करना पहले से कहीं ज़्यादा जरूरी है।"

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कहानियां ही सिनेमा को प्रभावशाली बनाती हैं। उनका संदेश इस कालातीत कला रूप को सम्मान देने और उसे बढ़ावा देने के लिए उत्सव की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। *भारत: बेताब सपनों का देश* सीबीएफसी के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने भारत को "बेताब सपनों का देश" बताया और कहानीकारों को जमीनी स्तर से प्रामाणिक आवाज साझा करने के लिए एक मंच देने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने ऐसी प्रतिभाओं को उभारने, उन्हें वैश्विक स्तर पर लाने में आईएफएफआई की भूमिका पर प्रकाश डाला और आईएफएफआई 2024 की थीम को दोहराया। उन्होंने कहा, "जो अनसुना रह जाता है, उसे दुनिया के साथ साझा किया जाना चाहिए," उन्होंने क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो के माध्यम से इन उभरती आवाज को पोषित करने और उनका समर्थन करने में मंत्रालय के प्रयासों की सराहना की। *आईएफएफआई 2024 की मुख्य विशेषताएं: वैश्विक भागीदारी और फिल्म स्क्रीनिंग* इस साल के आईएफएफआई को 101 देशों से 1,676 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं, जो महोत्सव के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दर्जे का प्रमाण है। आईएफएफआई 2024 में 81 देशों की 180 से अधिक अंतरराष्ट्रीय फिल्में दिखाई जाएंगी, जिनमें 15 वर्ल्ड प्रीमियर, 3 इंटरनेशनल प्रीमियर, 40 एशियन प्रीमियर और 106 इंडियन प्रीमियर शामिल हैं। चूंकि ये ग्लोबल सर्किट से प्रसिद्ध शीर्षक और पुरस्कार विजेता फिल्मों का चयन है, इसलिए इस साल का महोत्सव दर्शकों पर एक अमिट छाप छोड़ने के लिए तैयार है।

ऑस्ट्रेलिया फोकस का देश होगा* आईएफएफआई 2024 के लिए ऑस्ट्रेलिया फोकस का देश होगा , जिसमें ऑस्ट्रेलियाई फिल्मों का एक समर्पित पैकेज और महोत्सव में एक मजबूत उपस्थिति होगी। मुख्य आकर्षणों में स्क्रीन ऑस्ट्रेलिया और एनएफडीसी के बीच एक समझौता ज्ञापन शामिल है, जिसके तहत महोत्सव और फिल्म बाजार में अग्रणी ऑस्ट्रेलियाई फिल्म निर्माताओं की भागीदारी होगी और ऑस्ट्रेलियाई फिल्म द्वारा एक शोकेस होगा, जिसमें ऑस्ट्रेलिया के अनूठे फिल्मांकन स्थानों और सह-निर्माणों को बढ़ावा दिया जाएगा। *उद्घाटन फिल्म: माइकल ग्रेसी द्वारा बेटर मैन* महोत्सव की शुरुआत माइकल ग्रेसी की ऑस्ट्रेलियाई फिल्म बेटर मैन के एशिया प्रीमियर के साथ होगी, जो प्रतिष्ठित ब्रिटिश पॉप स्टार रॉबी विलियम्स के जीवन की एक आकर्षक झलक पेश करती है, जिसे जॉनो डेविस ने एक अभूतपूर्व मोशन-कैप्चर प्रदर्शन में एक चिम्पांजी के रूप में चित्रित किया है। सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड: आईएफएफआई 2024 में प्रसिद्ध और पुरस्कृत ऑस्ट्रेलियाई निर्देशक फिलिप नोयस को सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया जाएगा। उन्हें अपने अनूठे कथा वाचन और रहस्यपूर्ण, सांस्कृतिक रूप से गूंजने वाली फिल्में बनाने में महारत के लिए जाना जाता है।

नोयस की फिल्मोग्राफी में पैट्रियट गेम्स, क्लियर एंड प्रेजेंट डेंजर, साल्ट, द सेंट, द बोन कलेक्टर जैसी कई प्रतिष्ठित फिल्में शामिल हैं। हैरिसन फोर्ड, निकोल किडमैन, एंजेलिना जोली, डेनजल वाशिंगटन और माइकल केन जैसे प्रसिद्ध अभिनेताओं के साथ उनके सहयोग ने सिनेमा पर उनके स्थायी प्रभाव को चिन्हित किया है। *अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता खंड* इस श्रेणी में 15 फीचर फिल्मों (12 अंतरराष्ट्रीय + 3 भारतीय) को  प्रतिष्ठित सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार, गोल्डन पीकॉक के लिए चुनी गई हैं इसमें एक स्वर्ण मयूर और 40 लाख रुपये की धनराशि दी जाती है। सर्वश्रेष्ठ फिल्म के अलावा, विशेष जूरी पुरस्कार श्रेणी के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का चयन करेगी। *सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म डेब्यू निर्देशक*- इस वर्ग में 5 अंतर्राष्ट्रीय + 2 भारतीय फिल्में प्रतिष्ठित सिल्वर पीकॉक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी जिसमें एक रजत मयूर और 10 लाख रुपये नकद पुरस्कार तथा प्रमाण पत्र दिया जाता है। *अंतरराष्ट्रीय निर्णायक मंडल*-  इस निर्णायक मंडल में आशुतोष गोवारिकर (अध्यक्ष), मशहूर भारतीय फिल्म निर्माता और अभिनेता, एंथनी चेन प्रसिद्ध सिंगापुरी लेखक, निर्देशक और निर्माता, एलिजाबेथ कार्लसन, प्रख्यात ब्रिटिश फिल्म निर्माता, फ्रैन बोर्गिया एशिया के प्रतिष्ठित फिल्म निर्माता और प्रसिद्ध ऑस्ट्रेलियाई फिल्म एडिटर जिल बिलकॉक शामिल हैं।

भारतीय पैनोरमा*: भारत की सिनेमाई विविधता का प्रदर्शन: भारतीय पैनोरमा में देश की समृद्ध सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को दर्शाने वाली 25 फीचर फिल्में और 20 गैर-फीचर फिल्में दिखाई जाएंगी। इसकी पहली फिल्म स्वातंत्र्य वीर सावरकर (हिंदी) होगी, जिसका निर्देशन रणदीप हुड्डा ने किया है, और गैर फीचर फिल्म श्रेणी की शुरूआती फिल्म घर जैसा कुछ (लद्दाखी) होगी। सर्वश्रेष्ठ भारतीय नवोदित निर्देशक - देश भर में युवा फिल्म निर्माण प्रतिभाओं को मान्यता देने के लिए स्थापित एक नया पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ भारतीय नवोदित निर्देशक समापन समारोह में दिया जाएगा। इसमें प्रमाण पत्र और 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है। *बेस्ट वेब सीरीज (ओटीटी) अवार्ड* : इस साल बेस्ट वेब सीरीज (ओटीटी) अवार्ड श्रेणी में 46 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं, जबकि पिछले साल 32 प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं। इस श्रेणी में चयनित वेब सीरीज को प्रमाण पत्र और 10 लाख का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।

इसकी घोषणा समापन समारोह में की जाएगी। शताब्दी समारोह: आईएफएफआई 2024 के उद्घाटन और समापन समारोहों में विशेष दृश्य-श्रव्य प्रदर्शनों और इमर्सिव प्रदर्शनियों के साथ राज कपूर, मोहम्मद रफी, तपन सिन्हा और अक्किनेनी नागेश्वर राव को श्रद्धांजलि दी जाएगी। श्रद्धांजलि के एक भाग के रूप में, भारतीय डाक विभाग द्वारा एक स्मारक “माई स्टैम्प” सीरीज भी जारी की जाएगी, जो भारतीय सिनेमा में इन प्रतिष्ठित हस्तियों के योगदान को दर्शाती है। सरकार के राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन (एनएफएचएम) के तहत इनमें से प्रत्येक दिग्गज अभिनेता से जुड़ी एनएफडीसी-एनएफएआई द्वारा सहेज कर रखी गई (रिस्टॉर्ड) एक क्लासिक फिल्म भी आईएफएफआई में दिखाई जाएगी। आईएफएफआई में प्रदर्शित की जाने वाली पुनर्स्थापित क्लासिक फिल्में हैं - 

आवारा (1951) - राज कपूर * देवदासु (1953) - अक्किनेनी नागेश्वर राव * हम दोनों (1961) - मोहम्मद रफ़ी * हारमोनियम (1975) - तपन सिन्हा नए क्यूरेटेड सेक्शन और अंतरराष्ट्रीय प्रोग्रामिंग: आईएफएफआई 2024 में चार नए अंतरराष्ट्रीय प्रोग्रामिंग सेक्शन पेश किए गए हैं: राइजिंग स्टार्स (उभरते निर्देशकों का सम्मान), मिशन लाइफ (पर्यावरण के प्रति जागरूक सिनेमा पर प्रकाश डालना), ऑस्ट्रेलिया: फोकस देश और ट्रीटी कंट्री पैकेज, जिसमें ब्रिटिश फिल्म संस्थान से क्यूरेटेड चयन शामिल हैं। ये सेक्शन आईएफएफआई की पेशकशों की विविधता को समृद्ध करते हैं, जिससे दर्शकों को नवाचार और कलात्मक विकास की कहानियों के बारे में जानने का मौका मिलता है। सिनेमा में महिलाएं और उभरती युवा प्रतिभाएं : आईएफएफआई 2024 महिलाओं द्वारा निर्देशित 47 फिल्में, युवा और नवोदित फ़िल्म निर्माताओं के 66 कार्यों के साथ विविधता और समावेश को बढ़ावा देना जारी रखेगा।

सिनेमा में महिलाएं खंड उभरती प्रतिभाओं और महिला फिल्म निर्माताओं के महत्वपूर्ण योगदान को दर्शाएगा। स्क्रीनिंग के लिए 6 अतिरिक्त थिएटर: इस साल फिल्म महोत्सव में स्क्रीनिंग के लिए आईएनओएक्स मडगांव के 4 थिएटर और आईएनओएक्स पोंडा के 2 थिएटर जोड़े गए हैं। फिल्म महोत्सव के दौरान 5 स्थानों - आईएनओएक्स पंजिम (4), मैक्विनेज़ पैलेस (1), आईएनओएक्स पोरवोरिम (4), आईएनओएक्स मडगांव (4), आईएनओएक्स पोंडा (2) और जेड स्क्वायर सम्राट अशोक (2) पर 270 से अधिक फिल्में दिखाई जाएंगी। इसके अतिरिक्त, फिल्म स्क्रीनिंग के लिए पूरे गोवा में 5 पिक्चर टाइम इन्फ्लेटेबल थिएटर लगाए जा रहे हैं। कल की प्रतिभाएं यानि " क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो " पहल का विस्तार: कल की प्रतिभाएं (सीएमओटी) पहल में इस वर्ष रिकॉर्ड तोड़ते हुए 1,032 प्रविष्टियां आई हैं जो 2023 की तुलना में लगभग दोगुनी है। यह कार्यक्रम 13 फिल्म निर्माण कौशल में युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देता है और इसके तहत महत्वाकांक्षी फिल्म निर्माताओं का अनूठा मंच प्रदान करने के लिए पहली बार 100 प्रतिभागियों का चयन किया जाएगा। मास्टरक्लास, पैनल और उद्योग जुड़ाव : एआर रहमान, शबाना आज़मी, मणि रत्नम, विधु विनोद चोपड़ा जैसी फिल्म जगत की दिग्गज हस्तियों और फिलिप नॉयस और जॉन सील जैसे अंतरराष्ट्रीय अतिथियों के नेतृत्व में 25 से अधिक मास्टरक्लास और पैनल चर्चाओं का आनंद कला अकादमी में लिया जा सकता है।

उपस्थित लोगों को ध्वनि डिजाइन, डिजिटल युग में अभिनय और फिल्म निर्माण के भविष्य के बारे में जानकारी दी जाएगी। फिल्म बाजार 2024, दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा फिल्म बाजार : 18वां आयोजन अब तक का सबसे बड़ा समारोह होने वाला है। इसमें फिल्म बाज़ार के विभिन्न क्षेत्रों वालें 350 से ज्यादा फिल्म प्रोजेक्ट शामिल हैं। नॉलेज सीरीज में फिल्म निर्माण, वितरण और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर पिचिंग सत्र और कार्यशालाएं शामिल होंगी। फिल्म बाजार आईएफएफआई के साथ आयोजित किया जाता है, जहां विचार जीवंत होते हैं, कहानियां को आवाज मिलती हैं और सपने आकार लेते हैं। यहीं पर सिनेमा का भविष्य वर्तमान से मिलता है। 2007 में अपनी स्थापना के बाद से, फिल्म बाजार दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा और सबसे आवश्यक फ़िल्म बाजार बन गया है। इस वर्ष, मंडप और प्रदर्शनियां पानी के किनारे वाली सैरगाह के पास लगाए जाएंगे और इनमें विभिन्न देशों और राज्यों, फिल्म उद्योग, तकनीक और वीएफएक्स उद्योग आदि की बड़ी संख्या में भागीदारी की उम्मीद है। मंडपों में बेहतर उद्योग भागीदारी सुनिश्चित करने में मदद के लिए, एफआईसीसीआई के साथ साझेदारी के माध्यम से कई पैमानों पर स्तर को बढाया जा रहा है।

इस वर्ष के फिल्म बाज़ार में ओपन 'क्रेता-विक्रेता'  परिचय सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा, जहां फिल्म निर्माता सहयोगियों से मिल सकते हैं। 'इफ्फीएस्टा' - संवादात्मक अनुभव और सांस्कृतिक उत्सव : आईएफएफआई इस वर्ष पहला इफ्फीएस्टा' आयोजित करेगा, जो फिल्म, संगीत, नृत्य, भोजन, कला और आपसी अनुभवों के जादू के माध्यम से समुदायों को एक साथ लाने के लिए मनोरंजक कार्यक्रम है। समारोह में आने वाले लोगों के लिए भोजन और संगीत का बेहतर समागम होगा जो उत्सव की सांस्कृतिक जीवंतता को बढ़ाएगा। कला अकादमी और उसके आस-पास के मनोरंजन क्षेत्र प्रमुख रूप से युवाओं के लिए होंगे। जोमैटो की भागीदारी के माध्यम से प्रस्तुतियां भी दी जा रही हैं। 22 नवंबर, 2024 को फिएस्टा के दौरान 'भारतीय सिनेमा की यात्रा' को दर्शाने वाली कार्निवाल परेड का आयोजन किया जाएगा। पहुंच और समावेशिता: आईएफएफआई के इतिहास में पहली बार 55वां आईएफएफआई आयोजन पहुंच योग्य होगा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि फिल्म महोत्सव सभी सिनेप्रेमियों, विशेष रूप से दिव्यांगजनों सहित शारीरिक रूप से थोड़े कमजोर लोगों के लिए सुलभ हो, आईएफएफआई ने अग्रणी संगठन स्वयं को पहुंच भागीदार के रूप में नामित किया है। आईएफएफआई 2024 समावेशिता के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें सभी स्थानों को सभी के लिए सुलभ बनाया गया है और स्वयंसेवकों को दिव्यांगजनों की जरूरतों को समझने के लिए संवेदनशील बनाया गया है।

अनुप्रयोगों के माध्यम से पहुंच सुनिश्चित करना, भारत के प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए "सबका साथ, सबका विकास" की भावना को मूर्त रूप देते हुए आईएफएफआई,  फिल्मों, कार्यक्रमों और आयोजनों के ऑडियो विवरण और सांकेतिक भाषा व्याख्या जैसी सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। महोत्सव स्थलों की ब्रांडिंग और सजावट - एनएफडीसी और ईएसजी ने सभी महोत्सव स्थलों पर 'एकीकृत' सजावट और ब्रांडिंग के लिए एनआईडी, अहमदाबाद के साथ साझेदारी की है। इस वर्ष, आईएफएफआई एक समृद्ध सिनेमाई अनुभव प्रदान करने का वादा करता है, जिसमें नवाचार को सांस्कृतिक विरासत के साथ पेश किया जाएगा, तथा फिल्म निर्माण की भावना का जश्न मनाने के लिए दुनिया भर से दर्शकों को आकर्षित किया जाएगा। प्रतिनिधि पंजीकरण, कार्यक्रम की सूचियों और नवीनतम विवरण के बारे में अधिक जानकारी के लिए, iffigoa.org पर जाएं। *आईएफएफआई के बारे में* आईएफएफआई दुनिया के 14 सबसे बड़े और सबसे प्रतिष्ठित 'अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता फीचर फिल्म महोत्सवों' में से एक है, जिसे वैश्विक स्तर पर फिल्म महोत्सवों को नियंत्रित करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था, अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माता संघ (एफआईएपीएफ) द्वारा मान्यता प्राप्त है। कान, बर्लिन और वेनिस जैसे अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ऐसे अन्य प्रतिष्ठित महोत्सव हैं, जिन्हें इस श्रेणी के तहत एफआईएपीएफ द्वारा मान्यता प्राप्त है।