सेना को सत्ता में आने से रोकें: शेख हसीना के बेटे की अपील
साजिद वाजिद जॉय, जो शेख हसीना सरकार के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी सलाहकार भी हैं, ने चेतावनी दी कि अगर हसीना सरकार को हटाया गया तो बांग्लादेश की प्रगति खतरे में पड़ जाएगी।
देश में आरक्षण को लेकर उठी चिंगारी ने सब कुछ बदल दिया और प्रधानमंत्री शेख हसीना सत्ता से बेदखल हो गईं। लंबे समय से आरक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे थे, जो तख्तापलट का कारण बने। बांग्लादेश के आर्मी चीफ वकारुज्जमान ने ऐलान किया है कि सेना अंतरिम सरकार बनाएगी। इस बीच, शेख हसीना के बेटे साजिद वाजिद जॉय ने सुरक्षा बलों से अपील की है कि किसी भी अनिर्वाचित सरकार को सत्ता में आने से रोकें।
अमेरिका में रहने वाले साजिद वाजिद जॉय ने एक फेसबुक पोस्ट में सुरक्षा बलों से कहा, "आपका कर्तव्य हमारे लोगों और देश को सुरक्षित रखना और संविधान की रक्षा करना है। इसका मतलब है कि किसी भी अनिर्वाचित सरकार को एक मिनट के लिए भी सत्ता में न आने दें।"
'विकास और प्रगति समाप्त हो जाएगी'
साजिद वाजिद जॉय, जो शेख हसीना सरकार के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी सलाहकार भी हैं, ने चेतावनी दी कि अगर हसीना सरकार को हटाया गया तो बांग्लादेश की प्रगति खतरे में पड़ जाएगी। उन्होंने कहा कि देश का विकास और प्रगति समाप्त हो जाएगी और बांग्लादेश फिर से वापस नहीं आ पाएगा। उन्होंने कहा, "मैं ऐसा नहीं चाहता और आप भी ऐसा नहीं चाहते। जहां तक मुमकिन हो सकेगा, मैं ऐसा नहीं होने दूंगा।"
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अबतक 300 से ज्यादा की मौत
साजिद वाजिद जॉय की यह चेतावनी तब आई है जब बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकारुज्जमान राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुलाई में हिंसा शुरू होने के बाद से अब तक करीब 300 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और कई लोग जख्मी हुए हैं। पूरे देश में इस समय भारी बवाल मचा हुआ है।
सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रणाली को खत्म करने की मांग
देश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रणाली को खत्म करने की मांग को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। इन हिंसक प्रदर्शनों के चलते तख्तापलट हुआ और पांच बार की प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा। देश लंबे समय से हिंसा की आग में जल रहा है।