इकिगाई (Ikigai)
इकिगाई (Ikigai)
दुनिया में सबसे ज्यादा जापान के लोग लंबी उम्र जीते हैं। जापान में लोगों की औसम आयु भी 80 साल के ऊपर है और वहां हमको कई ऐसे लोग मिल जाएंगे जो कि 100 साल या इससे ज्यादा उम्र के हैं।
दरअसल इन सबका कारण उनकी हेल्दी आदतें है। जापानी लोगों की दिनचर्या जो कि सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इतना ही नहीं उनकी स्किन और बाल भी जीवन के अंत तक खूबसूरत रहते हैं। तो प्रश्न उठता है जापान के लोग ज्यादा क्यों जीते हैं ? इसके उतर में कुछ Healthy Japanese Habits जैसे - मीठा नहीं खाना , Forest Bathing लेना व खुश रहना , सुबह जल्दी उठना , कार्ब्स का सेवन कम करना , इकिगाई (Ikigai), आदि - आदि ।
इकिगाई (Ikigai), जिसका अनुवाद है होने का कारण । ये जीवन के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण है। यह व्यक्ति को अपने जीवन में जुनून के बीच संतुलन खोजने के लिए प्रोत्साहित करता है। इसके अलावा ये जीवन को स्ट्रेस फ्री करने में मददगार है। हम हमारे जीवन में जरा सी मनचाही न होने पर क्या शांत-चित्त रह पाते हैं ? उद्विग्न तो नहीं हो जाते हैं? जीवन की विपरीत परिस्थितियों में क्या हम महावीर की तरह संयत रह पाते हैं? विचलित तो नहीं हो जाते हैं?
जीवन में जो भी कष्ट आते हैं क्या हम कर्मोंदय मान कर सहन कर लेते हैं? क्या हम हर परिस्थिति में तनाव मुक्त रह पाते हैं? क्या हम सही से अनेकांतवाद के सुन्दर सिद्धांत को जीवन के आचरण का अभिन्न अंग बना पाते हैं? बात-बात में हठधर्मी पर तो नहीं अड़ जाते हैं ? हम स्थूल हिंसा तो नहीं करते पर क्या मानसिक, वाचिक हिंसा से बच पाते हैं? क्या हम परिग्रह से अपरिग्रह की ओर कदम बढ़ाने का प्रयास करते हैं? आदि - आदि ।
व्यक्ति अकेला जन्म तो लेता है पर परिवार निर्माण की भावना से वह आश्वासित होता है की सब उसके साथ है यही विश्वास हर परिस्थिति का सामना करने में दीर्घजीवी बनता है। सहनशीलता- समर्पण-सेवा एवं सापेक्षता आदि का विकास सभ्य ख़ुशहाल परिवार के सूत्र हैं। जिस कारण स्वस्थ शरीर ख़ुशहाल परिवार ख़ुशहाल समाज -देश- विश्व इन तीन तत्वों में समग्र जीवन समाया है। वसुधैव कूटुम्बकुम भारत की परंपरा का मुख्य हार्द हैं ।
इकिगाई का एक अर्थ हम सुबह बिस्तर से उठने के लिये एक वजह में कर सकते है क्योंकि हर किसी के जीवन का वास्तव में कोई न कोई लक्ष्य तो होता ही है। हम में से हर कोई बचपन से ही इस के बारे में सोचता है और कहीं न कहीं अनजाने में इसकी पूर्ति के लिए प्रयास करते रहते हैं। बेशक हर किसी के पास जीवन भर एक जैसी इकिगाई नहीं होगी जो वक्त के साथ - साथ में यह भी बदलती रहती है। इकिगाई एक जापानी अवधारणा है जो आपको यह पहचानने में मदद करती है कि वे कौनसे जीवन लक्ष्य हैं जो आपके जीवन को सार्थक बना सकते हैं ।
इकिगाई का हम चिन्तन से अनुवाद करें तो वह होगा जीवन जीने का सर्वोच्च कारण । हर व्यक्ति की इकिगाई निजी और अनोखी आदि है । इकिगाई गतिविधियां व्यक्तिगत संतुष्टि, आनंद, अर्थ और जीवन-उद्देश्य आदि - आदि देती है । इस तरह इकिगाई होने का अर्थ है जीवन जीने की वजह , जीवन जीने का मतलब व उद्देश्य स्पष्ट हो जाना जो आपके जीवन को सार्थक बनाता है ।इस तरह सही से इस शब्द का अर्थ जान जायेंगे तो हम हमारे जीवन को सार्थक बना सकेंगे | प्रदीप छाजेड़ ( बोरावड़)