Farrukhabad News : प्रतिबंधित हरे आम मिलीभगत से कटवा रहा वन विभाग, आरामशीन पर लकड़ी लाद कर जा रहा ट्रैक्टर

Jul 25, 2024 - 09:10
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Farrukhabad News : प्रतिबंधित हरे आम मिलीभगत से कटवा रहा वन विभाग, आरामशीन पर लकड़ी लाद कर जा रहा ट्रैक्टर
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प्रतिबंधित हरे आम मिलीभगत से कटवा रहा वन विभाग, आरामशीन पर लकड़ी लाद कर जा रहा ट्रैक्टर

-बड़े जोर शोर से वृक्षारोपण का प्रचार लेकिन लकड़ी लादे जा रहे ट्रैक्टर का वायरल वीडियो हरियाली संरक्षण की खोल रहा पोल

 कायमगंज / फर्रुखाबाद। धरा की हरियाली को संरक्षित करने साथ ही पर्यावरण प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए शासन द्वारा हर वर्ष वृक्षारोपण कार्यक्रम करोड़ों का बजट व्यय कर चलाया जाता है ।

इस साल तो एक वृक्ष मां के नाम कार्यक्रम बृहद स्तर पर आयोजित कर वृक्षारोपण करने का काम वन विभाग – प्रशासन – संबंधित अन्य विभागों के साथ ही स्वायत्यशाषी एवं स्वयं सेवी संस्थाओं तथा अन्य संगठनों और विभिन्न स्तर के जन प्रतिनिधियों द्वारा किया जा रहा है इस कार्यक्रम का प्रचार प्रसार भी बहुत अच्छे ढंग से मीडिया द्वारा होने का काम भी करने का की कोशिश की जा रही है । जिससे कि धरा की हरियाली को बचाया जा सके ।

 लेकिन दिन और रात जिस तरह विशालकाय प्रतिबंध छायादार एवं फलदार वृक्षों को बड़ी बेरहमी से काटकर नेस्तनाबूत किया जा रहा है । यह काम वृक्षारोपण कार्यक्रम पर बहुत भारी पड़ रहा है । क्योंकि आज जो पौधे रोपे जा रहे हैं । उनमें से उंगलियों पर गिनने लायक भी पौधे फल फूल कर बड़े नहीं हो पाएंगे । इससे पहले ही वे सूख कर नष्ट हो जायेंगे । यह बात पहले से ही साबित होती आ रही है । उसी की संभावना आज भी बनी हुई है । अब जरूरत है कि जो पेड़ पौधे छाया दे रहे हैं । फल दे रहे हैं ।

कहने का मतलब की फल फूल रहे हैं ।उन्हें ही संरक्षित रखा जाए तो वृक्षारोपण की जरूरत ही महसूस नहीं होगी । यदि ऐशा किया जाए तो अच्छा है । परंतु वन विभाग तथा पुलिस प्रशासन की मिली भगत कही जा सकती है या फिर उदासीनता जो भी हो? प्रतिबंधित विशालकाय पेड़ो पर कुल्हाड़ी और नए ढंग से तैयार किए गए आरे चलाकर उन्हें काटकर इन्हें असमय ही धरा की अनमोल धरोहर हरियाली को उजाडा जा रहा है । आज एक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है ।

जिसमें देखा जा सकता है कि दिन के उजाले में नीले रंग का ट्रैक्टर ट्राली में प्रतिबंधित हरे आम की लकड़ी लाद कर नगर के पास बसे गांव पितौरा की ओर रेलवे क्रॉसिंग के करीब वाली एक आरा मशीन पर ले जाया जा रहा है । वहां पहुंचने के तुरंत बाद उस लकड़ी को आनन फानन में ट्रैक्टर ट्राली से अनलोड करके रख लिया गया और फिर आप जानते हैं कि इस लकड़ी का चिरान करने के बाद बिक्री के लिए बाहर की मंडियों में जैसे पहले भेजा जाता रहा वैसे ही अब भेज दिया जाएगा ।

लेकिन व्यस्त मार्ग से जाता हुआ लकड़ी लादे ट्रैक्टर किसी एक ने नहीं ,सैकड़ो की संख्या में वहां से आने-जाने वालों ने देखा – इसलिए लोगों की जुबान पर वन तथा हरियाली संरक्षण की सरकार की नीति के बारे में कई तरह की आलोचनाओं के शब्द सुनाई दे रहे हैं l