सोशल मीडिया पर चल रहे कि अयोध्या में विकास के दौरान तोड़े गए दुकानों व मकान के कारण अयोध्या में हारी भाजपा

Jun 12, 2024 - 13:42
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सोशल मीडिया पर चल रहे कि अयोध्या में विकास के दौरान तोड़े गए दुकानों व मकान के कारण अयोध्या में हारी भाजपा
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यू0पी0 के अयोध्या धाम जिला सूचना विभाग से जारी अपडेट । अयोध्या धाम की सोशल मीडिया पर चल रहे कि अयोध्या में विकास के दौरान तोड़े गए दुकानों व मकान के कारण अयोध्या में हारी भाजपा, इस पर जिला प्रशासन ने जवाब जारी किया ।

अयोध्या धाम जिलाधिकारी नितीश कुमार ने कहा कि अयोध्या धाम की ऐतिहासिक एवं पौराणिक विरासतों को संजोते एवं संवारते हुये एक आधुनिक शहर के रूप में विकसित करने की संकल्पना को दृष्टिगत रखते हुये अयोध्या में यातायात एवं आवागमन की सुविधा को आधुनिक एवं सुगम बनाने के लिए विभिन्न प्रमुख मार्गो/पथों का उनके किनारे स्थित दुकानदारों, भवन स्वामियों एवं भू-स्वामियों से समन्वय स्थापित कर तथा उन्हें नियमानुसार पुर्नस्थापित कर अनुग्रह धनराशि व मुआवजा प्रदान करते हुये सौन्दर्यीकरण/चैड़ीकरण किया गया है।

उन्होंने बताया कि रामपथ, भक्तिपथ, रामजन्मभूमि पथ एवं पंचकोसी एवं चैदहकोसी परिक्रमा मार्ग के सौन्दर्यीकरण एवं चैड़ीकरण से कुल 4616 दुकानदार प्रभावित हुये। जिसमें से 4215 दुकानदार/व्यापारी जिनकी दुकानें आंशिक रूप से चैड़ीकरण में प्रभावित हुई। इन सभी को कुछ अन्तराल के लिए व्यापार प्रभावित होने के एवज में प्रति दुकानदार (आंशिक रूप से तोड़ी गयी दुकान के आकार के आधार पर) अनुग्रह धनराशि का भुगतान किया गया। साथ ही प्रशासन द्वारा उनकी दुकानों का व्यापक सौन्दर्यीकरण भी कराया गया और ये सभी दुकानदार उसी स्थान/दुकान पर अपने-अपने व्यापार/दुकान का संचालन कर रहे है। और वर्तमान समय में उनका व्यापार कई गुना बढ़कर सुचार रूप से चल रहा है।

इसी के साथ ही उक्त मार्गों के सौन्दर्यीकरण/चैड़ीकरण में कुल 401 दुकानदार पूर्ण रूप से स्थानान्तरित हुये। जिनमें से 339 दुकानदारों को प्राधिकरण द्वारा दुकान आवंटित किया गया है तथा इनका व्यापार अन्य स्थल पर स्थानान्तरित होने पर कुछ अन्तराल के लिए व्यापार प्रभावित होने के एवज में प्रति दुकानदार एक से 10 लाख रूपये तक (हटायी गयी दुकान के आकार के आधार पर) अनुग्रह धनराशि का भुगतान उनके खाते में अलग से किया गया है। उक्त मार्गो/पथों के सौन्दर्यीकरण/चैड़ीकरण से पूर्ण रूप से स्थानान्तरित कुल 79 परिवारों को बसा दिया गया है। इस कार्य से कुल 1845 भू-स्वामी/भवन स्वामी प्रभावित हुये। जिन्हें नियमानुसार रू0 300.67 करोड़ की धनराशि मुआवजे एवं अनुग्रह धनराशि के रूप में उनके खाते में प्रदान किया जा चुका है।

इसी प्रकार अयोध्या धाम तक हवाई आवागमन की सुविधा को सुगम बनाने हेतु नवनिर्मित महर्षि बाल्मीकि अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण के लिए प्रभावित समस्त परिवारों को नियमानुसार पुर्नवासित कराया गया है । खातेदारों से समन्वय स्थापित कर उनके सहमति के आधार पर भूमि अर्जन का कार्य किया गया जिसमें कुल 952.39 करोड़ रूपये का भुगतान भू-स्वामियों/भवन स्वामियों के खाते में किया गया। रामजन्म भूमि पथ01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-14 02. पूर्ण विस्थापित दुकानदार-07 03. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहा था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर0 एण्ड आर0 का भुगतान किया गया। उक्त पथ पर 14 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैड़ाई के क्रम में पी0डब्लू0डी0 द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया।

 04. पूर्ण विस्थापित 07 दुकानदारों को प्राधिकरण द्वारा निर्मित दुकाने आवष्टित की गयी तथा व्यापार प्रभावित होने के कारण अनुग्रह धनराशि (आर0 एण्ड आर0) का भुगतान किया गया। 05. मकान व जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त 11 भू-स्वामी/भवन स्वामी से सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर मुआवजे का भुगतान किया गया। 06. रामजन्म भूमि पथ में कुल 14.12 करोड़ रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया। भक्ति पथ 01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-397 02. पूर्ण विस्थापित दुकानदार-88 03. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहा था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर० एण्ड आर० का भुगतान किया गया।

उक्त पथ पर 397 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैड़ाई के क्रम में पी0डब्लू0डी0 द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया। 04. उक्त पथ पर 309 दुकानदार जो विस्थापित नहीं हो रहे थे उनको मूल्यांकन के उपरान्त अनुग्रह धनराशि का भुगतान किया गया तथा प्रशासन द्वारा उनकी दुकानों का सौन्दीर्यकरण कराया गया। वर्तमान समय में उनका व्यापार सुचारू रूप से पूर्व के भांति चल रहा है। 05. विस्थापित होने वाले 88 दुकानदारों को प्राधिकरण द्वारा निर्मित दुकानें आवण्टित की गयी तथा व्यापार प्रभावित होने के कारण अनुग्रह धनराशि (आर० एण्ड आर०) का भुगतान किया गया।

यह भी स्पष्ट करना है कि भक्ति पथ से विस्थापित सभी दुकानदार हनुमानगढ़ी के परिधि में विभिन्न पटिटयों में सम्मानित महन्थों से सम्पर्क स्थापित कर पूर्व के भांति किराये पर दुकान लेकर व्यवसाय कर रहे हैं। 06. मकान व जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त कुल 09 भू-स्वामी/भवन स्वामी से सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर मुआवजे का भुगतान किया गया। 07. भक्ति पथ में कुल 23.66 करोड़ रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया। राम पथ:- 01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-2338 02. पूर्ण विस्थापित दुकानदार-306 03. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहा था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर० एण्ड आर० का भुगतान किया गया।

उक्त पथ पर 2338 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैड़ाई के क्रम में पी0डब्लू0डी0 द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया। 04. उक्त पथ पर 2038 दुकानदार जो विस्थापित नहीं हो रहे थे उनको मूल्यांकन के उपरान्त व्यापार पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि का भुगतान किया गया तथा प्रशासन द्वारा उनकी दुकानों का सौन्दीर्यकरण कराया गया। वर्तमान समय में उनका व्यापार सुचारू रूप से पूर्व के भांति चल रहा है। 05. विस्थापित होने वाले 306 दुकानदारों को प्राधिकरण द्वारा निर्मित दुकानें आवण्टित की गयी तथा व्यापार प्रभावित होने के कारण अनुग्रह धनराशि (आर0 एण्ड आर0) का भुगतान किया गया।

 06. ऐसे परिवार जो पूर्ण रूप से विस्थापित हुए हैं उनको चक्रतीर्थ के मां० काशीराम कालोनी में बसाया गया। 07. रामपथ पर 2173 भू-स्वामी/भवन स्वामी से उनके मकान/जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर सम्बन्धित भवन स्वामी/भू-स्वामी को मुआवजे की धनराशि का वितरण किया गया। 08. राम पथ में कुल 114.69 करोड रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया। पंचकोसी परिक्रमा मार्ग 01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-510 02. पूर्ण विस्थापित परिवार-25 03. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहो था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर० एण्ड आर० का भुगतान किया गया। उक्त पथ पर 510 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैडाई के क्रम में पी०डब्लूडी द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया।

04. उक्त पथ पर ऐसे दुकानदार जिनका विस्थापित नहीं हो रहा है। वह अपने बचे हुए भू-भाग पर दुकान बना करके व्यवसाय कर रहे हैं। प्रभावित भू-भाग का मूल्यांकन के अनुसार व्यापार प्रभावित होने के कारण अनुग्रह धनराशि (आर० एण्ड आर०) का भुगतान किया गया। 05. विस्थापित होने वाले 25 परिवारों को उनके निकट स्थान पर पुर्नवासित कराया गया है तथा इनके मकान का मूल्यांकन कराते हुए मकान का सहमति के आधार पर रजिस्ट्री कराया गया और उनके मुआवजे का भुगतान किया गया। 06. पंचकोसी परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले कुल 153 भू-स्वामी/भवन स्वामी से उनके मकान/जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर सम्बन्धित भवन स्वामी/भू-स्वामी को मुआवजे की धनराशि का वितरण किया गया ।

 07. पंचकोसी परिक्रमा मार्ग में कुल 29.00 करोड रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया। 14 कोसी परिक्रमा मार्ग 01. उक्त पथ पर कुल दुकानदारों की संख्या-1357 02. ऐसे दुकानदार जिनका व्यापार दुकान टूटने से प्रभावित हो रहा था उनके व्यापार को पुर्नस्थापित करने के लिए अनुग्रह धनराशि के रूप में आर० एण्ड आर० का भुगतान किया गया। उक्त पथ पर 1357 दुकानदारों को दुकान के लम्बाई चैड़ाई के क्रम में पी०डब्लू०डी० द्वारा मूल्यांकन के उपरान्त 10.00 लाख रूपये तक तथा न्यूनतम 1.00 लाख रूपये तक किया गया। 03. चैदहकोसी परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले 826 भू-स्वामी/भवन स्वामी से उनके मकान/जमीन के मूल्यांकन के उपरान्त सहमति के क्रम में रजिस्ट्री कराकर सम्बन्धित भवन स्वामी/भू-स्वामी को मुआवजे की धनराशि का वितरण किया गया। 04. चैदहकोसी परिक्रमा मार्ग में कुल 119.20 करोड़ रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी/दुकानदारों को किया गया।

 एयरपोर्ट 01. कुल भूमि 823.21 एकड़ 02. खातेदारों की निजी भूमि-499.6846 एकड 03. सहमति के आधार पर क्रय (रजिस्ट्री) की गयी भूमि 478.774 एकड़ (95.82 प्रतिशत) 04. अर्जन के माध्यम से प्राप्त भूमि-20.910 एकड़ (4.18 प्रतिशत) 05. कुल परिसम्पत्तियों की संख्या जिन्हें क्रयध् रजिस्ट्री कराया गया-668 06. ग्राम-जनौरा के मजरे राजाबोध पुरवा, भुजवा की बगिया, शंकर का पुरवा, त्रिभवन नगर, बल्दी पाण्डेय का पुरवा ग्राम-गंजा, ग्राम-धरमपुर सहादत तथा ग्राम-कुशमाहा के ऐसे परिवार जो एयरपोर्ट विस्तारीकरण में विस्थापित हुए उनको मलिकपुर, अचारी सगरा, सरेठी, पूरा हुसैन खां, हांसापुर, शमसुद्दीनपुर आदि उपलब्ध स्थानों पर परिवारों की संख्या को देखते हुए पुर्नवासित कराया गया। 07. परियोजना में कुल 952.39 करोड रूपये का भुगतान भू-स्वामी/भवन स्वामी को किया गया।