Amrit Kalash Yatra : अमृत कलश यात्रा का समापन समारोह; PM मोदी ने लगाया माटी का तिलक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरी माटी मेरा देश-अमृत कलश यात्रा के समापन समारोह में भाग लिया। इससे पहले प्रधानमंत्री ने एक डिजिटल प्रदर्शनी देखी।
उन्होंने युवाओं के लिए मेरा युवा भारत (एमवाई भारत) मंच की शुरुआत की और अमृत महोत्सव स्मारक एवं अमृत वाटिका का वर्चुअली शिलान्यास किया। उन्होंने अमृत महोत्सव के दौरान हासिल की गई सफलताओं- चंद्र मिशन, वंदे भारत ट्रेन, देश के विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के बारे में बात की। पीएम मोदी ने कहा कि आज लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर कर्तव्य पथ एक ऐतिहासिक महायज्ञ का साक्षी बन रहा है।
12 मार्च 2021 को गांधी जी की प्ररेणा से साबरमती आश्रम से शुरू हुआ आजादी का अमृत महोत्सव अब 31 अक्तूबर 2023 आज सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर समापन का पल है। आज ये हुजूम एक नया इतिहास बन गया। जैसे दांडी यात्रा शुरू होने के बाद देशवासी उससे जुड़ते गए, वैसे ही आजादी के अमृत महोत्सव ने जनभागीदारी का ऐसा हुजूम देखा कि नया इतिहास बन गया। 75 साल की ये यात्रा समृद्ध भारत के सपने को साकार करने वाला कालखंड बन रहा है।
उन्होंने कहा कि आज मेरा युवा भारत संगठन, यानी MY Bharat की नींव रखी गई है। 21वीं सदी में राष्ट्र निर्माण के लिए मेरा युवा भारत संगठन, बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है। भारत के युवा कैसे संगठित होकर हर लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं, इसका प्रत्यक्ष उदाहरण 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान है। 'मेरी माटी, मेरा देश' अभियान में गांव-गांव, गली-गली से देश के युवा जुड़े। स्मारक आने वाली पीढ़ियों को हमेशा इस ऐतिहासिक आयोजन की याद दिलाएगा उन्होंने कहा कि इस महोत्सव का मेरी माटी मेरा देश अभियान के साथ समापन हो रहा है।
आज आजादी का अमृत महोत्सव एक याद के लिए स्मारक का शिलान्यास भी हुआ है। ये स्मारक आने वाली पीढ़ियों को हमेशा इस ऐतिहासिक आयोजन की याद दिलाएगा। जन-जन को हम जा के जगाएंगे, सौगंध मुझे इस मिट्टी की, हम भारत भव्य बनाएंगे' पीएम मोदी ने कहा कि बड़ी-बड़ी महान सभ्यताएं समाप्त हो गईं, लेकिन भारत की मिट्टी में वो चेतना है जिसने इस राष्ट्र को अनादिकाल से आज तक बचा कर रखा है।
ये वो माटी है, जो देश के कोने-कोने से, आत्मीयता और अध्यात्म, हर प्रकार से हमारी आत्मा को जोड़ती है। किसान हों, वीर जवान हों, किसका खून-पसीना इसमें नहीं मिला है। इसी माटी के लिए कहा गया है- चंदन है इस देश की माटी, तपोभूमि हर ग्राम है। माटी स्वरूप इस चंदन को अपने सिर माथे पर लगाने के लिए हमसब लालायित रहते हैं। जो माटी का कर्ज चुका दे, वही जिंदगानी है! जो अमृत कलश यहां आए हैं, इनके भीतर मिट्टी के हर कण अनमोल हैं।
देश के हर घर-आंगन से जो मिट्टी यहां पहुंची है, वो हमें कर्तव्य भाव की याद दिलाती रहेगी। ये मिट्टी, हमें विकसित भारत के अपने संकल्प की सिद्धि के लिए और अधिक परिश्रम के लिए प्रेरित करेगी। आज हम संकल्प लेते हैं- जन-जन को हम जा के जगाएंगे, सौगंध मुझे इस मिट्टी की, हम भारत भव्य बनाएंगे। 'अमृत वाटिका' आने वाली पीढ़ियों को 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की प्रेरणा देगी उन्होंने कहा कि देशभर से जो पौधे आए हैं, उनसे यहां एक अमृत वाटिका बनाई जा रही है। इसका शिलान्यास भी अभी यहां हुआ है।
ये 'अमृत वाटिका' आने वाली पीढ़ियों को 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की प्रेरणा देगी। अमृत महोत्सव को पूरे देश ने जन-जन का उत्सव बना दिया पीएम मोदी ने कहा कि अमृत महोत्सव ने एक प्रकार से इतिहास के छूटे हुए पृष्ठ को भविष्य की पीढ़ियों के लिए जोड़ दिया है। अमृत महोत्सव को पूरे देश ने जन-जन का उत्सव बना दिया था। हर घर तिरंगा अभियान की सफलता, हर भारतीय की सफलता है। देश के करोड़ों परिवारों को पहली बार ये ऐहसास हुआ है कि उनके परिवार का, उनके गांव का भी आजादी में सक्रिय योगदान था।
उसका जिक्र भले ही इतिहास की किताबों में नहीं हुआ, लेकिन अब वो गांव-गांव में बनी स्मारकों में, शिलालेखों में हमेशा के लिए अंकित हो चुका है। भारत की उपलब्धियों का जिक्र किया उन्होंने कहा कि जब नीयत नेक हो, राष्ट्र प्रथम की भावना सर्वोपरि हो तो नतीजे भी उत्तम से उत्तम मिलते हैं। इस अमृत महोत्सव के दौरान भारत ने ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की है। हमें सदी के सबसे बड़े संकट कोरोना काल का सफलतापूर्वक मुकाबला किया। इसी दौरान हमने विकसित भारत का रोडमैप बनाया। भारत, दुनिया की सबसे बड़ी पांचवीं अर्थव्यवस्था बना। चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग हुई।
इस अमृत महोत्सव के दौरान कई बड़े अभूतपूर्व कार्य हुए। आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान देश ने राजपथ से कर्तव्य पथ तक का सफर भी तय कर लिया है। हमने गुलामी के भी अनेक प्रतीकों को हटाया। 'हमने आने वाली पीढ़ी से जो वादे किए, उसे हमें पूरा करना ही होगा' उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव के समापन के साथ ही आज मेरा युवा भारत संगठन, MY भारत इसका शुभारंभ हो रहा है। मेरा युवा भारत संगठन, MY भारत, भारत की युवा शक्ति का उद्घोष है। ये देश के हर युवा को, एक मंच, एक प्लेटफॉर्म पर लाने का बहुत बड़ा माध्यम बनेगा।
जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा, तब तक भारत को विकसित देश बनाना है। आजादी के 100 साल पूरे होने पर देश इस विशेष दिवस को याद करेगा। हमने जो संकल्प लिया, हमने आने वाली पीढ़ी से जो वादे किए, उसे हमें पूरा करना ही होगा। इसलिए हमें अपने प्रयास तेज करने हैं। अमित शाह ने कही यह बात समापन समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज देश भर से जो पवित्र मिट्टी आई है वह अमृत वन में परिवर्तित होगी। यह कलश 25 साल तक हमें महान भारत की रचना की प्रेरणा देता रहेगा।
जी. किशन रेड्डी ने क्या कहा? केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि इस अभियान में भारत के लगभग 6 लाख गांवों से और करोड़ों घरों से अमृत कलश में मिट्टी या चावल का संग्रह किया गया है। 'देश के घर-घर तक एक बड़ा संदेश दिया' केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब देश के करोड़ों घरों से आई मिट्टी को प्रधानमंत्री मोदी ने नमन करके तिलक किया, देश के घर-घर तक एक बड़ा संदेश उन्होंने दिया है। इस कार्यक्रम का प्रतिफल इतना विराट और विशाल होगा कि युगों-युगों तक हमारी आने वाली पीढ़ियों को देश प्रेम की प्रेरणा देता रहेगा।
'अमृत कलश यात्रा' के समापन कार्यक्रम कर्तव्य पथ पर आयोजित किया गया दरअसल, 'मेरी माटी-मेरा देश' अभियान के तहत देश भर में आयोजित 'अमृत कलश यात्रा' के समापन कार्यक्रम कर्तव्य पथ पर आयोजित किया गया। इस दौरान उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों से लाई गई मिट्टी को एक विशालकाय अमृत कलश में अर्पित किया और उसका तिलक भी लगाया। राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों की ओर से 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की भावना को दर्शाते हुए अलग-अलग हिस्सों की मिट्टी दिल्ली लाई गई।
कार्यक्रम आजादी का अमृत महोत्सव के समापन समारोह के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित 'मेरी माटी-मेरा देश' अभियान देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरों और वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि है। अभियान में 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 2,30,000 से अधिक 'शिलापट्ट' निर्मित किए गए।