Ration card: फर्जी तरीके से राशन लेने वालों पर योगी सरकार करेगी कार्यवाही
यूपी में फर्जी तरीके से राशन कार्ड बनाकर फिर उसपर राशन लेने के कई मामले सामने आ गए हैं।
अब इन मामलों पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन ने पूरी तरह से कमर कस ली है। इस को लेकर शासन ने भी ऐसे फर्जीधारकों की रिपोर्ट बनाने के लिए भी आदेश दिए हैं। प्रतापगढ़ में मामला आया सामने महिला मुखिया के नाम पर राशन कार्ड जारी किया गया है। इसी राशन कार्ड में उनके परिवार के अन्य सदस्यों का भी नाम शामिल किया गया है।
परिवार के प्रत्येक सदस्य का एक यूनिट होता है। मुखिया या फिर सदस्य की मौत हो जाने के बाद भी कार्ड में शामिल परिवार का अन्य सदस्य अंगूठा लगाकर राशन लेते रहते हैं। मनमानी पर अंकुश लगाने की कवायद चल रही है। जनपद में एक हजार 148 ग्राम पंचायतें हैं। वहीं चार लाख से अधिक कार्डधारक हैं। इसमें 74 हजार 190 अंत्योदय कार्डधारक हैं। बाकी के पात्र गृहस्थी के कार्डधारक हैं।
शासन के तमाम प्रयास के बाद भी अभी फर्जीवाड़ा नहीं रुका है। महिला मुखिया के नाम पर राशन कार्ड जारी किया जा रहा है। इसी कार्ड में उनके परिवार के अन्य सदस्यों का भी नाम शामिल किया गया जाता है। शासन ने जारी कर दिए आदेश मुखिया की मौत या फिर उसमें शामिल सदस्य की मौत होने के बाद भी उनके नाम पर राशन लिया जाता है। इस गड़बड़ी को रोकने के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत वेबसाइट को अपडेट किया जाएगा।
आने वाले दिनों में परिवार के सभी सदस्य को कोटे पर जाकर ई-पास मशीन में अंगूठा लगाना होगा। इसके लिए दो बार अवसर दिया जाएगा। इसके बाद भी अंगूठा न लगाया तो यूनिट निरस्त कर दी जाएगी। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी एसके पांडेय ने बताया कि शासन की ओर से प्रत्येक लाभार्थी के सत्यापन के लिए ई-पास मशीन में अंगूठा लगाना अनिवार्य किए जाने की कवायद चल रही है। अभी तक कार्ड में शामिल एक लाभार्थी द्वारा अंगूठा लगाने पर राशन ले लिया जाता था। शासन का जो भी दिशा निर्देश मिलेगा, उसका अनुपालन कराया जाएगा।