विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण: मृतक, शिफ्टेड एवं अनुपस्थित मतदाताओं की होगी दोबारा गहन जांच, एटा DM को मिली बधाई
विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण: मृतक, शिफ्टेड एवं अनुपस्थित मतदाताओं की होगी दोबारा गहन जांच, बीएलए से मिलेगा सहयोग
लखनऊ। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने सोमवार को सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ गणना प्रपत्रों के संग्रह एवं डिजिटाइजेशन की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने निर्देशित किया कि 2003 की मतदाता सूची में दर्ज सभी मतदाताओं की मैपिंग अनिवार्य रूप से कराई जाए, ताकि विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) कार्य में किसी प्रकार की त्रुटि न रहे। सीईओ ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक बीएलओ अपने बूथ के बीएलए के साथ समन्वय बैठक अवश्य करें। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि बीएलओ द्वारा अनुपस्थित, मृतक, डुप्लीकेट, शिफ्टेड एवं अनट्रेस्ड श्रेणी में चिह्नित मतदाताओं की दोबारा गहन जांच की जाए तथा इस प्रक्रिया में बीएलए का पूरा सहयोग लिया जाए। साथ ही एसआईआर से संबंधित संपूर्ण डेटाबेस को सुरक्षित एवं अद्यतन रखने पर भी बल दिया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में एसआईआर के अंतर्गत गणना प्रपत्रों के वितरण का कार्य 99.91 प्रतिशत और डिजिटाइजेशन का कार्य 91.98 प्रतिशत पूरा हो चुका है।
जनपद औरैया, आजमगढ़ एवं एटा* ने इस दिशा में शत-प्रतिशत प्रगति हासिल कर सराहनीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। प्रदेश की अब तक 27 विधानसभा क्षेत्रों में भी कार्य पूरी तरह संपन्न हो चुका है, जबकि 81,828 बीएलओ डिजिटाइजेशन कार्य पूरा कर चुके हैं। निर्वाचन विभाग ने जानकारी दी कि एसआईआर के अंतर्गत गणना चरण की अंतिम तिथि **11 दिसम्बर 2025** निर्धारित की गई है। जिन मतदाताओं द्वारा इस अवधि में अपना गणना प्रपत्र भरकर बीएलओ को सौंप दिया जाएगा, उनके नाम **16 दिसम्बर 2025** को प्रकाशित होने वाली आलेख्य मतदाता सूची में शामिल कर लिए जाएंगे।