तेज प्रताप का सियासी दांव! NDA को दिया नैतिक समर्थन, बहन रोहिणी को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी

Nov 16, 2025 - 18:27
 0  32
तेज प्रताप का सियासी दांव! NDA को दिया नैतिक समर्थन, बहन रोहिणी को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी

तेज प्रताप का सियासी दांव! NDA को दिया नैतिक समर्थन, बहन रोहिणी को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी

बिहार की राजनीति एक बार फिर बड़े उलटफेर के मुहाने पर खड़ी है। महागठबंधन की करारी हार के बाद लालू परिवार में पनप रहे मतभेद अब खुले राजनीतिक रूप ले चुके हैं। इसी बीच, लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल (JJD) के संस्थापक **तेज प्रताप यादव** ने एक ऐसा कदम उठाया है जिसने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है।

NDA को मिला तेज प्रताप का ‘नैतिक समर्थन’

JJD की अहम बैठक में पार्टी ने मौजूदा **NDA सरकार को नैतिक समर्थन देने का ऐलान किया। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम यादव ने बताया कि यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेज प्रताप अपने पिता के राजनीतिक धरोहर के असली उत्तराधिकारी के रूप में स्वयं को स्थापित करना चाहते हैं। वे RJD के साथ बढ़ते मतभेदों और लगातार जारी परिवारिक विवाद के बीच अपनी अलग राजनीतिक पहचान मजबूत करने में जुटे हैं। तेज प्रताप इससे पहले भी RJD को ‘फर्जी पार्टी’ बताते हुए दावा कर चुके हैं कि उनकी JJD ही “असली लालू यादव पार्टी” है। NDA को समर्थन देने का फैसला इसी रणनीति की कड़ी माना जा रहा है।

रोहिणी आचार्य को मिल सकती है बड़ी भूमिका!

● JJD की बैठक में तेज प्रताप ने एक महत्वपूर्ण राजनीतिक प्रस्ताव भी रखा —

 ●अपनी बहन रोहिणी आचार्य को पार्टी का राष्ट्रीय संरक्षक बनाने का। प्रेम यादव के अनुसार, तेज प्रताप जल्द ही दिल्ली जाकर अपनी बहन से इस पद को स्वीकार करने का आग्रह करेंगे। यह प्रस्ताव ऐसे समय में आया है जब रोहिणी आचार्य हाल ही में अपने भाई तेजस्वी यादव और RJD की टीम से विवाद के कारण पटना छोड़ दिल्ली चली गई हैं।

◆ तेज प्रताप का यह फैसला एक तीर से दो निशाने साधता दिख रहा है—

 1. अपनी बहन को सम्मान और राजनीतिक मंच देना,

2. परिवार के अंदर चल रहे विवाद को सीधे राजनीतिक संदेश में तब्दील करना। यदि रोहिणी आचार्य यह प्रस्ताव स्वीकार करती हैं, तो लालू परिवार की अंदरूनी खींचतान **खुले राजनीतिक संघर्ष में बदल सकती है, जिसका असर आने वाले महीनों में बिहार की राजनीतिक दिशा तय कर सकता है।

आने वाला समय होगा निर्णायक

तेज प्रताप का यह राजनीतिक कदम केवल NDA सरकार के समीकरण ही नहीं, बल्कि लालू परिवार की राजनीति को भी नई दिशा दे सकता है। बिहार की सियासत अगले कुछ हफ्तों में और बड़े बदलावों का गवाह बन सकती है।