IAS अभिषेक के बाद अब बरेली के असिस्टेंट कमिश्नर पर रिश्वत मांगने का आरोप
IAS अभिषेक के बाद अब बरेली के असिस्टेंट कमिश्नर पर रिश्वत मांगने का आरोप

उत्तर प्रदेश में कमीशन मांगने वाले आईएएस अधिकारी अभिषेक पर कार्रवाई के बाद अब बरेली में मिठाई कारोबारी ने राज्यकर विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर पर 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। इस मामले में बरेली से लखनऊ तक खलबली मची है। कारोबारी ने इसकी शिकायत प्रदेश सरकार में प्रमुख सचिव और राज्य कर आयुक्त एम देवराज से भी की है। एम देवराज ने एडिश्नल कमिश्नर ग्रेड वन से इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है।
एडिश्नल कमिश्नर ग्रेड वन दिनेश कुमार मिश्रा ने एक कमेटी गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी है। कारोबारी का कहना है कि उन्होंने एसएसपी से भी मामले की शिकायत कर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है। सिविल लाइंस आवास विकास निवासी ग्लोरी फर्म के मालिक रोहित खण्डेलवाल ने बताया कि 2020-21 में फर्म का टर्नओवर 92.50 लाख था, जिसकी जांच सहायक आयुक्त ने की थी। विगत पांच फरवरी को शून्य बकाया का आदेश भी जारी किया गया। इसके बावजूद एक असिस्टेंट कमिश्नर ने दोबारा नोटिस जारी कर जांच शुरू की और उन पर 4.53 लाख रुपये की बकाया राशि तय कर दी। केस समाप्त करने के एवज में 50 हजार रुपये रिश्वत मांगी गई। रिश्वत न देने पर अधिकारी ने एकतरफा आदेश पारित कर दिया। हालांकि व्यापारी को 90 दिन में अपील करने का अधिकार था, लेकिन उसके कैश लेजर से 23,893 रुपये काट लिए गए।
व्यापारी ने वनमंत्री डा. अरुण कुमार से इसकी शिकायत की। बाद में कारोबारी ने प्रमुख सचिव एम देवराज से उन्हें इसकी जानकारी दी। मामले में एडिश्नल कमिश्नर ग्रेड वन दिनेश कुमार मिश्रा ने बताया कि उन्हें इसकी शिकायत मिली है। उन्होंने एक कमेटी गठित कर जांच शुरू करा दी है।