हेमंत सोरेन ने ली चौथी बार CM पद की शपथ... बन गए झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री
रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन ने चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. हेमंत सोरेन ने गुरुवार को रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में राज्य के 14वें सीएम के रूप में शपथ ली।
हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी नेताओं का रांची में जमावड़ा लग गया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान, पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी और तेजस्वी यादव सहित विपक्ष के कई बड़े नेता इसमें शामिल हुए. 10 अगस्त 1975 को जन्मे हेमंत सोरेन के लिए 10 अंक काफी मायने रखता है. 28 नवंबर को शपथ ग्रहण होना भी 10 नंबर से ही जोड़ कर देखा जा रहा है. हेमंत सोरेन 17 दिसंबर 2024 को भी एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ने वाले हैं। गुरुवार को रांची का ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान हेमंत सोरेन और जेएमएम के रंग में रंगा था. हेमंत सोरेन झारखंड के इतिहास में पहले नेता बन गए हैं, जिन्होंने चौथी बार सीएम पद की शपथ ली है।
हेमंत सोरेन के इस ऐतिहासिक उपलब्धि के समय उनके पिता शिबू सोरेन और मां के साथ-साथ तकरीबन पूरा विपक्ष मौजूद था. गुरुवार को इंडिया गठबंधन में शामिल झामुमो, कांग्रेस, राजद और भाकपा माले के सभी बड़े नेताओं ने झारखंड चुनाव में जीत का जश्न मनाया। झारखंड में अबुआ सरकार की नींव पड़ गई. हेमंत सोरेन झारखंड के इतिहास में पहले सीएम बनने जा रहे हैं, जिनका कार्यकाल अबतक के जितने भी सीएम झारखंड में बने हैं, उनसे ज्यादा होगा. आपको बता दें कि हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन भी झारखंड में तीन बार सीएम रह चुके हैं. लेकिन वह लंबे कार्यकाल तक कभी भी सीएम नहीं बन सके. अभी तक झारखंड में सबसे ज्यादा दिनों का सीएम रहने का रिकॉर्ड बीजेपी के अर्जुन मुंडा के नाम है. अर्जुन मुंडा झारखंड में 5 साल 307 दिन तक सीएम रहे हैं. हेमंत सोरेन अभी तक 5 साल 288 दिन तक ही सीएम रहे हैं।
लेकिन, 17 दिसंबर को सोरेन अर्जुन मुंडा का सबसे ज्यादा दिनों का सीएम रहने का रिकॉर्ड तोड़ देंगे। पिता शिबू सोरेन ही नहीं सब सीएम का टूटा जाएगा रिकॉर्ड आपको बता दें कि हेमंत सोरेन के पिता तीन बार जरूर झारखंड का सीएम बने, लेकिन तीनों बार मिलाकर भी वह एक साल तक भी राज्य का सीएम नहीं रह सके. लेकिन, बेटा हेमंत सोरेन न केवल बाप शिबू सोरेन का रिकॉर्ड तोड़ दिया, बल्कि अब तो झारखंड के अबतक के इतिहास में सबसे लंबे समय तक बने रहने का रिकॉर्ड भी बना लेंगे, जिसको तोड़ना निकट भविष्य में आसान नहीं होने वाला है। बिहार से अलग होने के बाद बाबू लाल मरांडी झारखंड के पहले सीएम बने थे. मरांडी 2 साल 123 दिन तक राज्य के सीएम रहे. इसके बाद अर्जुन मुंडा ने 18 मार्च 2003 को राज्य के दूसरे सीएम के तौर पर शपथ लिया. अर्जुन मुंडा भी अपने पहले टर्म में 1 साल 349 दिन ही सीएम रहे. इसके बाद राज्य में चुनाव हुआ और शिबू सोरेन पहली बार सीएम बने. लेकिन, 10 दिन में ही शिबू सोरेन को इस्तीफा देना पड़ा. क्योंकि, शिबू सोरेन विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाए. ऐसे में अर्जुन मुंडा दूसरी बार राज्य के सीएम बने।
हालांकि, अर्जुन मुंडा भी 1 साल 190 दिन के बाद सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद देश के इतिहास में पहली बार साल 2008 में एक निर्दलीय मधु कोड़ा सीएम बने. मधु कोड़ा राज्य में एक साल 343 दिन तक सीएम बने रहे. लेकिन जेएमएम के समर्थन वापस लेने के बाद शिबू सोरेन दूसरी बार 27 अगस्त 2008 को सीएम बने. इस बार शिबू सोरेन 145 दिन तक सीएम रहे. साल 2010 में शिबू सोरेन ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इस बार शिबू सोरेन 153 दिन तक मुख्यमंत्री रहे. इसके बाद अर्जुन मुंडा, हेमंत सोरेन, रघुवर दास और चंपई सोरेन सीएम बने. ऐसे में हेमंत सोरेन 28 नवंबर को शपथ लेने के 19वें दिन अर्जुन मुंडा के रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे और 20वें दिन यानी 17 दिसंबर को झारखंड के सबसे लांगेस्ट सर्विंग चीफ मिनिस्टर बन जाएंगे।