नवरात्रि पर्व ( चैत्र ) पंचम दिवस -
नवरात्रि पर्व ( चैत्र ) पंचम दिवस -
भुवाल माता
मनुज रूप में थी
ईश्वर सिद्ध कोई लोकोत्तर
करुणाविल प्रांजल
अदभुत माता का रूप
वत्सलता का अविरल
निर्झर प्राणिमात्र के लिए
उच्छ् वसित नवयुगल से
अमित अनुग्रह चुम्बकीय
आकर्षण आभामण्डल का परिक्षेत्र है
इतना व्यापक यान्त्रिक
युग में भी नहीं होता दृष्टिगत
भुवाल माता मनुज रूप में थी ईश्वर
प्रदीप छाजेड़ ( बोरावड़ )