शोनिया अख्तर का वीजा खत्म, बोली नहीं जाऊंगी बांग्लादेश

Jan 2, 2024 - 09:01
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शोनिया अख्तर का वीजा खत्म, बोली नहीं जाऊंगी बांग्लादेश
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कहा-अभी अधूरी है न्याय की लड़ाई, भेजा गया तो वापस आऊंगी

पति और बेटे के लिए थाने से लेकर प्रधानमंत्री तक से लगाई है गुहार ग्रेटर नोएडा। 

पति की तलाश और सवा साल के बेटे को पिता का हक दिलाने बांग्लादेश से भारत आई सोनिया अख्तर की वीजा अवधि पूरी हो चुकी है। उसे कभी भी वापस बांग्लादेश जाना पड़ सकता है। हालांकि वह अपने देश नहीं जाना चाहती।

वह कहती है कि उसे बांग्लादेश भेजा गया तो न्याय हासिल करने के लिए वीजा लेकर फिर भारत लौटेगी। सोनिया का वीजा तीन दिसंबर को एक्सपायर हो गया था। इससे पहले ही सोनिया ने वीजा बढ़वाने के लिए आवेदन किया था। वीजा नहीं बढ़ने पर उसने बांग्लादेश जाने के लिए एक्जिट पास की मांग की है।

लेकिन अभी इस आवेदन का निस्तारण नहीं हुआ है। सोनिया का कहना है कि वह कानूनी ढंग से भारत आई है और न्याय मिलने तक यहीं रहना चाहती है। अहम है कि सोनिया पहली बार एक मई को भारत आई थी। करीब एक सप्ताह तक जिले रूककर पुलिस से शिकायत की थी।

ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण वह लौट गई। इसके बाद तीन अगस्त को फिर भारत आई। तब से ग्रेटर नोएडा स्थित शिवालिक होम्स निवासी पति सौरभकांत तिवारी को पाने के लिए संघर्ष कर रही है। सोनिया ने अपने वकील डॉ. एपी सिंह की मदद से गौतमबुद्ध नगर पुलिस के अलावा, महिला आयोग, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री से गुहार लगाई थी।

दिल्ली में रहने के दौरान न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाया। इसके बाद से ही सोनिया शिवालिक होम्स सोसाइटी में मासूम बेटे के साथ रहने लगी। मेंटेनेंस रूम में रह रही सोनिया ने लगाए थे आरोप शिवालिक होम्स सोसाइटी में सोनिया मेंटेनेंस रूम में रहती है। पिछले माह सोनिया ने घर के दरवाजे पर नींबू, मिर्च आदि मिलने पर टोटका आदि की आशंका जताते हुए सौरभकांत तिवारी के परिवार पर आरोप लगाया था।

इसके बाद पिछले सप्ताह सोनिया अख्तर ने सूरजपुर कोतवाली पहुंचकर सौरभ के परिजन पर मारपीट का आरोप लगाया था। लेकिन पुलिस ने दावा किया है जांच में आरोपों की पुष्टि नहीं हुई। पुलिस अधिकारियों व खुफिया विभाग का कहना है कि सोनिया का वीजा खत्म हो गया है, जल्द एग्जिट पास मिलने पर उसे वापस बांग्लादेश लौटना होगा।

ये था पूरा मामला सोनिया के मुताबिक बांग्लादेश में रहने के दौरान सौरभकांत तिवारी ने ही उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखा था। सोनिया ने शुरू में शादी से इन्कार कर दिया था। मगर सौरभ की कंपनी के अधिकारी ने सोनिया को समझाया। हिंदू धर्म के अनुसार पहले से विवाहित होने के कारण सौरभ दूसरा विवाह नहीं कर सकता था।

 इसके चलते सौरभ ने पहले अपना धर्म परिवर्तन कर निकाह किया। बांग्लादेश का शपथ पत्र और निकाहनामा भी सोनिया के पास मौजूद है। सोनिया बांग्लादेश से अपने पड़ोसी से एक लाख रुपये का कर्ज लेकर आई थी। इनमें से 25 हजार रुपये टिकट आदि में ही खर्च हो गए थे।