Madhya Pradesh political : केंद्रीय मंत्री के बेटे का करोड़ों की डील का वीडियो वायरल
केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में दिमनी सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार नरेंद्र सिंह तोमर के बड़े बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर से जुड़ा एक और वीडियो वायरल हुआ है।
जिसमें कथित तौर पर वह एक बिचौलिए के साथ सैकड़ों करोड़ रुपये के लेनदेन की बात करते नज़र आ रहे हैं। उनका ऐसा ही एक वीडियो पिछले हफ्ते भी वायरल हुआ था।
वह 6 मिनट 29 सेकेंड का वीडियो था, जिसे दो वॉट्सऐप कॉल (एक वीडियो कॉल और एक ऑडियो कॉल) को जोड़कर बनाया गया था, जिनमें कथित तौर पर करोड़ों रुपये के लेनदेन और उन्हें कई बैंक एकाउंट में ट्रांसफर किए जाने की बातचीत हो रही थी. नया वीडियो 1 मिनट 35 सेकेंड का है. इस वीडियो में भी देवेंद्र प्रताप उसी बिचौलिए से वॉट्सऐप वीडियो कॉल पर बात करते नज़र आ रहे हैं, जिसके साथ पहले वायरल वीडियो में बात कर रहे थे।
वीडियो कांग्रेस ने सोमवार को भोपाल में एक पत्रकार वार्ता में जारी किया. इस दौरान कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव मीडिया प्रभारी डॉ. रागिनी नायक ने कहा, 'नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे देवेंद्र तोमर के लगातार वायरल हो रहे वीडियो इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण दे रहे हैं कि 50 प्रतिशत कमीशन के साथ-साथ 'काला-धन' भी भाजपा नेताओं का पर्याय बन चुका है ।
गौरतलब है कि कांग्रेस लगातार राज्य की भाजपा सरकार पर कर्नाटक की तर्ज़ पर 50 फीसदी कमीशनखोरी के आरोप लगाती रही है। वायरल वीडियो में देवेंद्र तोमर और कथित बिचौलिया एक वीडियो कॉल पर बात करते दिखाए दे रहे हैं. बिचौलिए के फोन की स्क्रीन पर देवेंद्र तोमर को देखा जा सकता है। बिचौलिया उनसे कहता है, 'हर महीने उनका सीए हमें बताएगा कि 50 सीआर (करोड़) है, 100 है, 500 है, कितना है… तो हर महीने लेना है ।
इस पर देवेंद्र सिर्फ इतना कहते नज़र आते हैं, 'ठीक है, नो प्रॉब्लम (कोई समस्या नहीं) फिर देवेंद्र पूछते हैं, 'अभी पहले वाले में कितना देंगे?' इस पर बिचौलिया कहता है, 'पहले में मैंने 250 बोला है, उसका सीए आज मेरे बैंक मैनेजर को मिलेगा… क्योंकि वो (पैसा) वहां से कन्वर्ट करके आपके पास आएगा और आपके पास से वो मुनैडो में जैसे भी आपको भेजना है, आप उन्हें भेजिए। इस पर देवेंद्र कहते हैं, 'आप तो उन्हें अपने एकाउंट में मंगा लो, उसके बाद भेज देंगे ।
मुनैडो (शायद कोई कंपनी) को लेकर बिचौलिया देवेंद्र को सुझाव देता है के आप उसमें कम से कम अपना स्टेक (शेयर) 50 प्रतिशत रखिए। इस पर देवेंद्र कहते हैं, 'रख लेगें, नो प्रॉब्लम… मनी (पैसे) का एक बार प्रॉपर हो जाए, उसके बाद तो अपन कर लेंगे। इस पर बिचौलिया कहता है कि 'मैं उन्हें बोल देता हूं कि हम रेडी हैं।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को एक जनसभा में वीडियो को लेकर भाजपा पर निशाना साधा और पूछा, 'तोमर जी के बेटों पर प्रधानमंत्री मोदी ने कार्रवाई की क्या? (उनके पीछे) सीबीआई लगाई, ईडी लगाई, आयकर विभाग लगाया?' उन्होंने राज्य की भाजपा सरकार पर 50 फीसदी कमीशनखोरी के आरोप लगाते हुए इसके कार्यकाल में हुए विभिन्न घोटालों के भी नाम गिनाए।
पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. नायक इसे 'काले धन' का लेनदेन बताती हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ दिए गए नारे 'न खाऊंगा और न खाने दूंगा' पर तंज कसते हुए कहा, 'ये सब मोदी जी की छत्र-छाया में फल-फूल रहे हैं और 'न खाऊंगा-न खाने दूंगा' असल में प्याज और टमाटर के लिए कहा गया था। वह आगे पूछती हैं, 'अगर ऐसा नहीं है तो मोदी जी चुप क्यों हैं? शिवराज सिंह इस प्रकरण पर मौन व्रत क्यों धारण किए हैं? उनकी चुप्पी सहमति की ओर इशारा करती है।
ज्ञात हो कि नरेंद्र सिंह तोमर 2014 से 2019 के बीच केंद्रीय इस्पात और खनन मंत्री रह चुके हैं. यह वीडियो उसी दौरान के बताए जा रहे हैं। पिछले वीडियो में खनन शब्द का जिक्र भी था जहां एक मौके पर बिचौलिया कहता है, 'वो (पैसे भेजने वाले) बोले जहां इसको (पैसा) सैंड करना है कीजिए, क्योंकि मैंने (उन्हें) किसी का नाम नहीं बताया है कि (पैसा) कहां किसको जाता है… इनकी ट्रेडिंग फर्म और माइनिंग है ।
राजस्थान में…और मोहाली वाला तो लैंड (ज़मीन) का डीलर है, वो नेताओं और अधिकारियों के लैंड की डील करता है… वहां से ये लिक्विड (पैसा) आता है सारा । पहले वायरल वीडियो को लेकर जानकारों ने भी कहा था कि उक्त वीडियो लगभग 5-7 साल पुराना हो सकता है, शायद उस समय का जब तोमर खनिज मंत्री थे। उन्होंने देवेंद्र के बालों को प्रमाण बताया था, जो वीडियो में घने दिख रहे थे. (वर्तमान में देवेंद्र के सिर पर उतने बाल नहीं हैं.) साफ देखे जा सकते हैं।
उनका कहना था कि पुराने वीडियो को बहुत सहेजकर रखा गया था, ताकि सही समय आने पर इस्तेमाल किया जा सके। पहला वीडियो सामने आने के बाद देवेंद्र ने उसे झूठा व मनगढ़ंत बताते हुए इसकी शिकायत मुरैना पुलिस अधीक्षक को किए जाने की बात कही थी। देवेंद्र की शिकायत पर मुरैना के सिविल लाइंस थाने में इस संबंध में एक केस भी दर्ज किया गया था।
केस की जांच में प्रगति के संंबंध में द वायर ने सिविल लाइंस पुलिस थाना प्रभारी वीरेश कुशवाह से संपर्क करने का भी प्रयास किया, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। इस बीच, भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से लेकर राज्य स्तर के नेताओं तक ने हफ्तेभर से अधिक समय से जारी पूरे वीडियो प्रकरण पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी है। वहीं, ऐसी भी संभावना है कि मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल नरेंद्र सिंह तोमर के लिए लगातार वायरल हो रहे ये वीडियो उनके इस रेस में पिछड़ने का कारण बन सकते हैं।
बता दें कि नरेंद्र सिंह तोमर के दो बेटे हैं, देवेंद्र प्रताप सिंह तोमर (बड़े बेटे) और प्रबल प्रताप सिंह तोमर. हालांकि, ग्वालियर-मुरैना क्षेत्र, जो नरेंद्र सिंह के निर्वाचन क्षेत्र और प्रभाव क्षेत्र रहे हैं, में दोनों भाइयों का लोकप्रिय नाम क्रमश: रामू भैया और रघु भैया है। ग्वालियर के युवा भाजपा कार्यकर्ता तोमर के बेटों के दाएं-बाएं घूमते पाए जाते हैं. रामू भैया और रघु भैया जिंदाबाद के नारे उनके मुंह से सुना जाना आम है. देवेंद्र तोमर उर्फ रामू भैया हॉकी इंडिया के उपाध्यक्ष भी हैं।
किसी सार्वजनिक आयोजन में दोनों भाइयों का रुतबा किसी सांसद, विधायक या मंत्री से कम नहीं नज़र आता. कहा जाता है कि नरेंद्र सिंह तोमर का जमीनी कामकाज उनके बेटे ही संभालते हैं। देवेंद्र का नाम तो इस विधानसभा चुनाव में टिकट के दावेदार के रूप में भी सामने आया था और उनके दिमनी या ग्वालियर पूर्व से भाजपा उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चाएं थीं, हालांकि पार्टी ने पिता नरेंद्र सिंह को ही दिमनी से चुनाव मैदान में उतार दिया, जिसके चलते 'एक परिवार, एक टिकट' की पार्टी की नीति के तहत देवेंद्र की संभावनाएं खत्म हो गईं. 2018 में भी देवेंद्र के चुनाव लड़ने के कयास लगाए गए थे।