7 सितंबर को लगेगा चंद्र ग्रहण, दोपहर 12:57 बजे से शुरू होगा सूतक काल — जानें राशियों पर प्रभाव
 
                                7 सितंबर को लगेगा चंद्र ग्रहण, दोपहर 12:57 बजे से शुरू होगा सूतक काल — जानें राशियों पर प्रभाव
नई दिल्ली । इस वर्ष का महत्वपूर्ण **चंद्र ग्रहण** 7 सितंबर 2025 को पड़ रहा है। यह खगोलीय घटना **भाद्रपद मास की पूर्णिमा** तिथि पर होगी, जिसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ और प्रभावशाली माना जाता है। चंद्र ग्रहण **रात 9:57 बजे** से प्रारंभ होगा और भारत सहित **प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, ऑस्ट्रेलिया और पश्चिमी देशों** में दिखाई देगा।
■ 9 घंटे पहले लगेगा सूतक काल हिंदू पंचांग के अनुसार, ग्रहण का **सूतक काल नौ घंटे पहले**, यानी दोपहर **12:57 बजे** से प्रारंभ हो जाएगा। सूतक के दौरान मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे और धार्मिक कार्य वर्जित रहेंगे। यह समय आत्मचिंतन, ध्यान और पितृ पूजन के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। ---
◆ इस बार का ग्रहण: कर्मिक और आध्यात्मिक बदलावों का संकेत इस चंद्र ग्रहण के दौरान **कुंभ राशि में चंद्रमा राहु के साथ** और **सिंह राशि में सूर्य केतु के साथ** स्थित रहेगा, जिससे गहरे **कर्मिक पैटर्न, भावनात्मक उथल-पुथल और आध्यात्मिक ऋण** उजागर हो सकते हैं।
--- ? जानिए, राशियों पर क्या पड़ेगा असर: -
? **मेष:** सामाजिक दायरा बदलेगा, पुराने मित्र दूर हो सकते हैं। पूर्वजों से सफलता का योग।
? **वृषभ:** करियर में अस्थिरता, लेकिन छिपे अवसर सामने आएंगे। धैर्य रखें।
? **मिथुन:** उच्च शिक्षा, विदेश यात्रा और नई सोच का मार्ग खुलेगा।
? **कर्क:** पारिवारिक संपत्ति और खर्चों से जुड़ी उलझनें संभव। आत्मचिंतन लाभकारी।
? **सिंह:** रिश्तों में स्पष्टता आएगी। माफ करने से मन शांत होगा।
? **कन्या:** स्वास्थ्य और कार्यस्थल में परिवर्तन के संकेत। तनाव से उबरने का समय।
⚫ **तुला:** रचनात्मकता बढ़ेगी। आध्यात्मिक अभ्यास से मानसिक शक्ति बढ़ेगी।
? **वृश्चिक:** घर-परिवार में भावनात्मक मुद्दे सामने आ सकते हैं। मेल-मिलाप जरूरी।
? **धनु:** भाई-बहनों से संबंधों में नई दिशा मिलेगी। पितृ ज्ञान प्राप्त होगा।
⚪ **मकर:** आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव। प्राथमिकताओं की पुनर्समीक्षा करें।
? **कुंभ:** यह ग्रहण आपकी राशि में लग रहा है — आत्मिक बदलाव और गहरे रहस्य सामने आएंगे।
? **मीन:** अंतर्ज्ञान प्रबल होगा। साधना और एकांत से आध्यात्मिक लाभ मिलेगा।
--- ★ पितृ पक्ष की शुरुआत से पहले एक गहरा संकेत यह ग्रहण **पितृ पक्ष** से ठीक पहले पड़ रहा है, इसलिए **श्राद्ध, ध्यान और साधना** के लिए यह अत्यंत उपयुक्त समय माना गया है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस दौरान किए गए पितृ अनुष्ठान पूर्वजों की कृपा दिला सकते हैं और कर्मिक ऋणों की शुद्धि का मार्ग प्रशस्त करते हैं।
★ सावधानी और उपाय** ग्रहण के समय भोजन, यात्रा और महत्वपूर्ण निर्णयों से बचने की सलाह दी जाती है। साथ ही, **गायत्री मंत्र**, **महामृत्युंजय मंत्र** या **पितृ तर्पण मंत्रों** का जाप विशेष फलदायी रहेगा।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 







 
                                                                                                                                                     
                                                                                                                                                     
                                                                                                                                                     
                                                                                                                                                     
                                                                                                                                                     
                                                                                                                                                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                                            