Kab hai Karwa Chauth 2023: महिलाएं कब करें करवा चौथ व्रत, क्या है सही डेट?

Kab hai Karwa Chauth 2023: महिलाएं कब करें करवा चौथ व्रत, क्या है सही डेट?

Sep 25, 2023 - 08:34
Sep 25, 2023 - 08:40
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Kab hai Karwa Chauth 2023: महिलाएं कब करें करवा चौथ व्रत, क्या है सही डेट?
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करवा चौथ महिलाओं के सबसे पसंदीदा त्योहारों में से एक है। (KarwaChauth 2023 Date) यह त्योहार कार्तिक माह में आता है. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं यानी पूरे दिन कुछ भी नहीं खाती-पीती हैं। इस व्रत का महत्व कई धार्मिक ग्रंथों में भी बताया गया है। इस व्रत का खासतौर पर महिलाओं को इंतजार रहता है. आगे जानिए इस बार यह व्रत कब किया जाएगा...

कब करें करवा चौथ व्रत? (Kab hai Karwa Chauth 2023)

करवा चौथ व्रत कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार इस बार यह तिथि 31 अक्टूबर, मंगलवार को रात 09.30 बजे से शुरू होगी और बुधवार, 1 नवंबर को रात 09.19 बजे तक रहेगी. चूंकि चतुर्थी तिथि का सूर्योदय और चंद्रोदय दोनों 1 नवंबर को होगा, इसलिए करवा चौथ व्रत इस दिन मनाया जाएगा.

कौन-कौन से शुभ योग रहेंगे इस दिन? (Karwa Chauth 2023 Shubh Yog)

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, 1 नवंबर को सर्वार्थसिद्धि योग दिन भर रहेगा। इस योग में की गई पूजा, उपाय आदि का शुभ फल बहुत जल्दी प्राप्त होता है। इसके अलावा इस दिन परिघ और शिव नाम के 2 अन्य शुभ योग भी दिन भर रहेंगे। चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ में रहेगा। इतने सारे शुभ योगों के चलते ये व्रत और भी खास हो गया है।

क्यों करते हैं करवा चौथ व्रत? (Kyo Karte Hai Karwa Chauth)

करवा चौथ से जुड़ी कई कहानियां हैं। उनमें से एक यह है कि 'एक बार देवताओं और राक्षसों के बीच भयंकर युद्ध हुआ।' अपनी सारी शक्ति लगाकर भी देवता असुरों को परास्त नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में ब्रह्म देव ने देवताओं की पत्नियों को अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए व्रत रखने को कहा। ब्रह्म देव के इस सुझाव को सभी देवताओं और उनकी पत्नियों ने सहर्ष स्वीकार कर लिया। कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि को देवताओं की पत्नियों ने यह व्रत किया, जिससे देवताओं को युद्ध में विजय प्राप्त हुई। तभी से करवा चौथ का व्रत रखने की परंपरा शुरू हुई।

Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।