Agra News : 200 करोड़ की नकली दवाओं का खुलासा, आगरा बना हॉटस्पॉट, माफिया गिरफ्त में
Agra News : 200 करोड़ की नकली दवाओं का खुलासा, आगरा बना हॉटस्पॉट, माफिया गिरफ्त में
200 करोड़ की नकली दवाओं का खुलासा, आगरा बना हॉटस्पॉट, माफिया गिरफ्त में
आगरा। उत्तर प्रदेश में नकली दवाओं के कारोबार पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई में ड्रग विभाग और STF ने एक खतरनाक सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है। लखनऊ से विशेष सचिव, औषधि विभाग **रेखा एस. चौहान** के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई ने पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है। रेखा एस. चौहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि **चेन्नई और पॉन्डिचेरी से लगभग 200 करोड़ रुपए की नकली दवाएं** उत्तर भारत में खासतौर पर **आगरा और लखनऊ** के ज़रिए खपाई जा रही थीं। यह सिंडिकेट सालों से दवा बाजार को ज़हरीली नकली दवाओं से भर रहा है।
छापेमारी की शुरुआत **हेमा मेडिकल** से हुई, जहां करीब **3.5 करोड़ की नकली दवाएं जब्त** की गईं। फर्म में रखी **60 करोड़ की दवाएं सीज़** कर दी गईं। इस केस के मुख्य आरोपी **हिमांशु अग्रवाल** को **1 करोड़ रुपए की रिश्वत** देने की कोशिश के आरोप में जेल भेजा गया है। * **राधे मेडिकल एजेंसी** से 10 करोड़ की दवाएं सीज * **बंसल मेडिकल, MSV मेडिप्वॉइंट, ताज मेडिको** पर भी छापेमारी * **9 दिन तक चली लगातार जांच**, दर्जनों स्थानों पर कार्रवाई सूत्रों के अनुसार, ये लोग **100 डब्बों के बिल पर 1000 बॉक्स नकली दवाएं बनाते थे**, और **फर्जी बिल व क्यूआर कोड** के सहारे उन्हें मार्केट में उतारते थे। इन नकली दवाओं में **जुकाम, खांसी, डायबिटीज और दर्द निवारक** दवाएं शामिल थीं। * **गोवा** में लखनऊ की एक **फरार पार्टी** की लोकेशन ट्रेस * **महाराष्ट्र की 5** और **आगरा की 3 फर्जी फर्मों** का पता चला * कई **नामचीन ब्रांड्स की पैकेजिंग कॉपी** कर तैयार होती थीं नकली दवाएं * *हिमांशु अग्रवाल** * *संजय बंसल** * *मुकेश बंसल** * *सोहित बंसल** इनकी गिरफ्तारी के बाद पूरे दवा बाजार में खलबली मच गई है। विशेष सचिव रेखा चौहान ने मीडिया को बताया कि यह महज एक कार्रवाई नहीं, बल्कि एक **'क्रिमिनल मेडिकल सिंडिकेट'** के खिलाफ जंग है।
आम लोगों की सेहत से किए जा रहे इस गुनाह को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ड्रग विभाग की टीमें **दवा बाजार** में लगातार छापेमारी कर रही हैं। **24 दवाओं के सैंपल** लिए गए हैं, जिनकी जांच रिपोर्ट आने बाकी है। प्रदेश सरकार की इस सख्त कार्रवाई से दवा माफियाओं की कमर टूटती नजर आ रही है। लेकिन सवाल ये भी है — *कितनी और नकली दवाएं अभी भी बाजार में हैं?* और *क्या आने वाले समय में मरीजों को असली इलाज मिल पाएगा?





