महाराष्ट्र में शपथग्रहण समारोह : सीएम सहित 20 विधायक लेंगे मंत्रिमंडल की शपथ! लेकिन कौन होगा CM
देवेन्द्र फड़णवीस ने अपनी रणनीति से विधानसभा चुनाव में बीजेपी और महागठबंधन के रिकॉर्ड तोड़ उम्मीदवारों को जिताया है| देवेन्द्र फड़णवीस ने अपनी रणनीति से विधानसभा चुनाव में बीजेपी और महागठबंधन के रिकॉर्ड तोड़ उम्मीदवारों को जिताया है।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की शानदार सफलता के बाद अब शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां तेज हो गई हैं|जानकारी सामने आ रही है कि महागठबंधन का शपथ ग्रहण समारोह मंगलवार को होगा|कहा जा रहा है कि इस कैबिनेट में कुल 20 मंत्री शपथ लेंगे|शिवसेना के मंत्री पद के नाम पर मुहर लग गई है| पहले चरण में शिवसेना के 5 और एनसीपी के ये पांच मंत्री शपथ लेंगे|भाजपा के 10 मंत्री शपथ लेने वाले हैं|दोनों पार्टियों ने संभावित विधायकों के नाम दिल्ली भेज दिए थे, जिसे सील किये जाने की जानकारी है| कौन बनेगा मंत्री?: मालूम हो कि शिवसेना से एकनाथ शिंदे, उदय सामंत, तानाजी सावंत, दीपक केसरकर, शंभूराज देसाई मंत्री पद की शपथ लेंगे।
एनसीपी से अजित पवार, अदिति तटकरे, अनिल पाटिल, धनंजय मुंडे और दिलीप वलसे पाटिल शपथ लेंगे। लेकिन मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है| पहले चरण में ऐसे कुल 20 मंत्री शपथ लेने वाले हैं| भाजपा सबसे बड़ी पार्टी: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है| भाजपा की 132 सीटें, शिवसेना की 57 सीटें और एनसीपी की 41 सीटों पर जीत हुई है| चूंकि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है इसलिए भाजपा के ज्यादा मंत्री होंगे| उसके बाद शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी से मंत्री बनेंगे| यह भी संभावना है कि कैबिनेट में दो उपमुख्यमंत्री होंगे। महायुति को राज्य में 230 सीटें मिली हैं। इसलिए बहुमत के बल पर नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह कल होगा| महागठबंधन में शामिल तीनों दलों के बड़े नेता आज रात दिल्ली आ सकते हैं|कल शपथ ग्रहण समारोह पर अहम फैसला लिया जा सकता है।
इसमें मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर मुहर लगने की संभावना है। देवेन्द्र फडनवीस मुख्यमंत्री पद के सबसे प्रबल दावेदार हैं।हालांकि महागठबंधन ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था, लेकिन सारा फॉर्मूला देवेंद्र फडनवीस के पास था।देवेन्द्र फड़णवीस ने अपनी रणनीति से विधानसभा चुनाव में बीजेपी और महागठबंधन के रिकॉर्ड तोड़ उम्मीदवारों को जिताया है। 2019 में, फड़नवीस मुख्यमंत्री नहीं बन सके क्योंकि उद्धव ठाकरे ने गठबंधन तोड़कर कांग्रेस और एनसीपी के साथ जाने का फैसला किया। लेकिन जनता के समर्थन के चलते एक बार फिर वह इस रेस में आगे चल रहे हैं।