रतन टाटा का उत्तराधिकारी कौन? नोएल टाटा पर सभी की नजर...
Ratan Tata Successor : रतन टाटा के निधन के साथ ही, टाटा ट्रस्ट्स के अध्यक्ष का शीर्ष पद रिक्त हो गया है। टाटा ट्रस्ट्स के अध्यक्ष की होल्डिंग कंपनी टाटा संस में 66 प्रतिशत हिस्सेदारी है। टाटा संस में अपनी प्रमुख हिस्सेदारी के कारण, टाटा ट्रस्ट्स अध्यक्ष समूह के मामलों और विकास में एक अहम भूमिका निभाएगा। रतन टाटा के निधन के बाद उनके उत्तराधिकारी के रुप में नोएल टाटा के नाम की चर्चा सबसे अधिक है लेकिन वे इस रेस में अकेले नहीं हैं।
टाटा समूह के लिए सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली कंपनी TCS है, जिसने वित्त वर्ष 2024 में 43,559 करोड़ रुपये का मुनाफ़ा कमाया है। रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा को उनके पारिवारिक संबंधों और कई कंपनियों में भागीदारी के कारण टाटा विरासत को आगे बढ़ाने के लिए एक मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। नवल और सिमोन टाटा के बेटे नोएल वर्तमान में ट्रेंट, वोल्टास, टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन और टाटा इंटरनेशनल के अध्यक्ष हैं। नोएल टाटा स्टील और टाइटन के उपाध्यक्ष भी हैं। वे सर रतन टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में सदस्य भी हैं।
नवल और सूनी टाटा के दो बेटे हैं। रतन और जिमि टाटा। रतन टाटा के छोटे भाई जिमी टाटा पारिवारिक व्यवसाय में शामिल नहीं हैं और उन्होंने खुद को सुर्खियों से दूर रखा है। सूत्रों के अनुसार, मेहली मिस्त्री कथित तौर पर एक और संभावित उत्तराधिकारी हैं। मिस्त्री, मेहरजी पल्लोनजी समूह के निदेशक, रतन टाटा के करीबी सहयोगी थे और कई वर्षों से टाटा समूह से जुड़े हुए हैं। मिस्त्री टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री के चचेरे भाई हैं, जिनकी सितंबर 2022 में मुंबई के पास एक कार दुर्घटना में मौत हो गई थी।
बता दें कि, रतन टाटा ने टाटा संस के चेयरमैन और टाटा ट्रस्ट्स के अध्यक्ष की भूमिका को अलग-अलग कर दिया था, ताकि एक ही व्यक्ति दोनों संस्थाओं का नेतृत्व न कर सके। टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन और टाटा संस के पूर्व चेयरमैन के तौर पर टाटा ने टाटा समूह के मामलों में काफी प्रभाव डाला। 61 वर्षीय टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन, जिन्होंने साइरस मिस्त्री के जाने के बाद सफलतापूर्वक समूह का नेतृत्व किया, टाटा ट्रस्ट्स के बोर्ड में नहीं हैं। चंद्रशेखरन के अलावा, टीवीएस समूह के वेणु श्रीनिवासन, अजय पीरामल, जेएलआर के सीईओ राल्फ स्पेथ, यूनिलीवर के पूर्व वैश्विक सीओओ हरीश मनवानी और समूह के सीएफओ सौरभ अग्रवाल टाटा संस के बोर्ड में हैं।
टाटा समूह में कार्यकारी पदों से रिटायरमेंट 65 वर्ष और बोर्ड के सभी पदों से रिटायरमेंट 70 वर्ष की आयु में होती है। इस तरह चंद्रशेखरन के पास टाटा संस में अभी चार वर्ष और बचे हैं।