Water tax in villages: जल जीवन मिशन, ग्रामपंचायत वसूलेंगी ग्रामीणों से टैक्स
Water tax in villages: जल जीवन मिशन, ग्रामपंचायत वसूलेंगी ग्रामीणों से टैक्स
Water tax in villages: जल जीवन मिशन ग्रामीण के तहत उत्तर प्रदेश के गांवों में हर घर नल से जल योजना के तहत दिए जा रहे पानी के कनेक्शन पर वॉटर टैक्स ग्राम पंचायतें ग्रामीणों से वसूलेंगी। इस बाबत ग्राम पंचायतों से अनुबंध करवाए जा रहे हैं।
अनुबंध के मुताबिक, गांव में उक्त योजना के तहत बनवायी गयी पानी की टंकी की देखभाल और उसके पम्प के संचालन के लिए आपरेटर ग्राम पंचायतें तैनात करेंगी, आपरेटर का मानदेय, पंप के संचालन, उसके बिजली के बिल और पानी के कनेक्शनों की पाइप लाइन, पानी की टंकी आदि के रखरखाव का सारा खर्च ग्राम पंचायतें वसूले जाने वाले वाटर टैक्स से ही वहन करेंगी।
प्रदेश में इस योजना के तहत कुल 43000 पानी की टंकिया बननी हैं और अभी तक 187 टंकिया ग्राम पंचायतों को हैण्डओवर हो गई हैं। उधर, जल जीवन मिशन ग्रामीण की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार प्रदेश के गांवों में हर घर नल से जल योजना के तहत करीब एक करोड़ 60 लाख कनेक्शन दिये जा चुके हैं। मगर प्रदेश के ग्राम प्रधान वॉटर टैक्स वसूली की इस नई जिम्मेदारी वहन करने को तैयार नहीं हैं।
राष्ट्रीय पंचायतीराज ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ललित शर्मा का कहना है कि अच्छा होता कि जिन कंपनियों ने गांव में पानी की टंकियां बनाई हैं, उन्हें ही करीब दो साल तक पूरी व्यवस्था के संचालन की जिम्मेदारी दी जाती। उन्होंने कहा कि पानी की टंकियां बनाने वाली इन कम्पनियों ने टंकी के निर्माण के दौरान गांवों में क्षतिग्रस्त हुई सड़कें, नाली, खड़ंजे आदि की मरम्मत भी पूरी नहीं की जबकि यह जिम्मेदारी उन्हीं कंपनियों की थी।
अब वॉटर टैक्स वसूलने से लेकर हर घर नल से जल योजना के संचालन की पूरी जिम्मेदारी भी ग्राम पंचायतों को दी जा रही है, जिससे ग्राम पंचायतों का बोझ बढ़ेगा और ग्राम प्रधान विकास कार्यों पर समुचित ध्यान नहीं दे पाएंगे।