75 साल के इतिहास में चुनाव आयोग का सबसे बड़ा काम
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 में पार्टी और प्रत्याशी धनबल का किस कदर इस्तेमाल करने में लगे हुए हैं।
इसका उदाहरण इस बात से लगाया जा सकता है कि चुनाव आयोग ने अब तक की सबसे बड़ी जब्ती की है। लोकसभा चुनाव में धनबल के खिलाफ सख्ती दिखाते हुए चुनाव आयोग ने बड़ा कदम उठाया है. 2024 के लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनावों के 75 साल के इतिहास में सबसे अधिक अवैध पैसे जब्त किए हैं।
चुनाव आयोग ने सोमवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव अधिकारी एक मार्च से हर दिन 100 करोड़ रुपये मूल्य की जब्ती कर रहे हैं. आयोग ने बताया कि प्रवर्तन अधिकारी लोकसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू होने से पहले ही 4,650 करोड़ रुपये की जब्ती कर चुके हैं, जो 2019 लोकसभा चुनावों में की गई 'कुल जब्ती से अधिक' है।
अभी लोकसभा चुनाव के लिए मतदान भी शुरू नहीं हुआ है, मगर उससे पहले ही 4650 करोड़ रुपये जब्त कर लिए गए हैं. इसमें कैश की जब्ति 844 करोड़ रुपए है. चुनाव आयोग का कहना है कि साल 2019 में कुल जब्ती से यह काफी अधिक है. चुनाव आयोग का कहना है कि कार्रवाई सख्त और बिना रुके जारी रहेगी।
चुनाव आयोग के मुताबिक, सबसे ज्यादा नकदी तमिलनाडु में 53 करोड़, तेलंगाना में 49 करोड़, महाराष्ट्र में 40 करोड़, कर्नाटक और राजस्थान में 35-35 करोड़ रुपए से ज्यादा बरामद हुई है. पिछले लोकसभा चुनाव में 844 करोड़ नकदी जब्त की गई थी, मगर इस बार अब तक 395 करोड़ हो गई है. इसी तरह पिछले चुनाव में 304 करोड़ रुपए मूल्य की शराब के मुकाबले 490 करोड़ की शराब जब्त हो चुकी है।
वहीं, 2019 के आंकड़ों से तुलना की जाए तो ड्रग्स यानी नशीले पदार्थों का आंकड़ा 1280 करोड़ के मुकाबले 2068 करोड़ है. फ्री बीज 60.15 करोड़ के मुकाबले 1142 करोड़ रुपए मूल्य का सामान जब्त किया गया है। चुनाव आयोग द्वारा जारी बयान के मुताबिक, 'ऐसे में जब 2024 के आम चुनाव की प्रक्रिया जारी है।
आयोग देश में लोकसभा चुनाव के 75 वर्षों के इतिहास में सबसे अधिक जब्ती करने की राह पर है.' देश की 18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए शुक्रवार को पहले चरण का मतदान होगा, जिससे पहले प्रवर्तन एजेंसियों ने धनबल पर रोक लगाने के लिए 4,650 करोड़ रुपये से अधिक की जब्ती की है।