प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगा अधिवक्ताओं ने की कलम बंद हड़ताल
प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगा अधिवक्ताओं ने की कलम बंद हड़ताल -धरना दे रहे अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्यों का किया बहिष्कार
कायमगंज /फर्रुखाबाद । हापुड़ जिले में हुई अधिवक्ता के साथ घटना को लेकर रेवन्यू बार एसोशिएसन ने बीते माह तहसील परिसर के अन्दर एक पुतला फूंका था। जिस पर पुलिस व तहसील प्रशासन की तहरीर पर बार अध्यक्ष समेत करीब दर्जनों अधिवक्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
जिससे अधिवक्ता आन्दोलित हो गए थे। कलमबंद हड़ताल पर चले गए थे। अधिवक्ताओं के आंदोलन की स्थिति भांप कर एसडीएम व सीओ के आश्वासन के बाद 27 सितम्बर को हड़ताल समाप्त हुई थी। लेकिन मुकदमा वापस न होने पर अधिवक्ता पुनः कलमबंद हड़ताल कर धरना प्रदर्शन पर बैठ गए।
रेवन्यू बार एसोशिएसन के अध्यक्ष विश्वेशर दयाल यादव के नेतृत्व में सैकड़ों अधिवक्ता तहसील परिसर में धरने पर बैठ गए और कहा एसडीएम द्वारा 08 अक्टूबर तक मुकदमा निस्तारण करने का आश्वासन दिया गया था। किन्तु वह अपने वादे पर खरा नहीं उतरे। अध्यक्ष ने कहा कि इसलिए वह अब फिर से कलमबंद हड़ताल पर उतरने को मजबूर हुए है।
इधर अध्यक्ष ने बताया कि उनके साथ मुंसिफ बार एसोशिएसन के अलावा ,टााइपिस्ट,बसीका नवीस,स्टाम्प वेन्डर,फार्म विक्रेता सभी हड़ताल के समर्थन हैं। जब तक मुकदमा वापस नहीं होगा। अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी रहेगी। इस दौरान पुलिस व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
आन्दोलनरत हड़ताल पर संगठन सचिव अवनीश गंगवार,कैलाश चन्द्र आर्य,माधव शुक्ला,अनोखेलाल,सुदेश कुमार,विमल कुमार,अनिल कुमार,अबधेश कुमार,नीरज कुमार,कृष्ण चन्द्र बाथम,प्रदीप कुमार,रवीेन्द्र कुमार,रामपाल सिंह,रत्नेश शर्मा,विनीत कुमार,संजय कुमार भास्कर,दीपक राजपूत,मुनीश कुमार,मो0उमेरखा,रोहित कुमार,जुनैद खां,अनीस खां आदि भारी संख्या में अधिवक्ता धरने पर साथ रहे। उनका स्पष्ट कहना है कि जब तक प्रशासन दर्ज कराया गया मुकदमा वापस नहीं लेगा , तब तकअधिवक्ता भी आन्दोलन से पीछे नहीं हटने बाले हैं ।