तनाव में शरीर के अंग करते हैं आपस में संवाद

Jul 16, 2025 - 08:35
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तनाव में शरीर के अंग करते हैं आपस में संवाद

एक नए अध्ययन ने यह दिखाया है कि शारीरिक तनाव मसलन व्यायाम या नींद की कमी के दौरान शरीर के विभिन्न अंग एक-दूसरे के साथ कैसे संवाद करते हैं? शोधकर्ताओं का कहना है कि इससे किसी बीमारी का पहले निदान करने में मदद मिल सकती है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, जर्नल आफ फिजियोलाजी में प्रकाशित यह अध्ययन सम्पूर्ण शरीर के दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करता है बजाय इसके कि हृदय या श्वसन दर जैसे अलग-अलग मापों पर ध्यान केंद्रित किया जाए।

पोट्र्समाउथ विश्वविद्यालय और यूनिवर्सिटी कालेज लंदन के शोधकर्ताओं बताया कि ट्रांसफर एंट्रापी' (शरीर के संकेतों की निगरानी की एक विधि) का उपयोग करते हुए मानचित्रों का एक नेटवर्क बनाया गया जो यह दर्शाता है कि तनाव की स्थिति में शरीर के कौन से अंग 'सूचना केंद्र' के रूप में कार्य करते हैं। उदाहरण के लिए व्यायाम के दौरान हृदय मांसपेशियों में रक्त प्रवाहित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा होता है। उस समय यह अन्य अंगों से सबसे अधिक इनपुट प्राप्त करता है इसलिए यह शरीर को व्यायाम के अनुकूल बनाने में अग्रणी भूमिका निभाता है। एसोसिएट प्रोफेसर और नेटवर्क फिजियोलाजी लैब के प्रमुख अलीरेजा मनी ने बताया कि अध्ययन के दौरान तीन तनावपूर्ण वातावरणों जैसे कम आक्सीजन (हाइपोक्सिया), नींद की कमी और शारीरिक मध्यम तीव्रता के व्यायाम (साइकिलिंग ) के दौरान पहनने योग्य सेंसर का उपयोग करके शरीर की स्थिति मानीटर की गई। एक फेस मास्क ने प्रतिभागियों की श्वसन गैसों को मापा जबकि एक पल्स आक्सीमीटर ने ब्लड आक्सीजन स्तरों को ट्रैक किया। इसके बाद रिकार्ड किए गए संकेतों का विश्लेषण किया कि अंग प्रणालियों के बीच जानकारी कैसे स्थानांतरित हो रही थी।

 लेखकों ने लिखा, "व्यायाम के दौरान, हृदय दर सूचना का प्राथमिक प्राप्तकर्ता बनकर उभरी जबकि ब्लड आक्सीजन ने मुख्य प्रसारक के रूप में कार्य किया। हाइपोक्सिया ने नेटवर्क में ब्लड आक्सीजन को एक केंद्र के रूप में संलग्न किया।" उन्होंने कहा कि हमारा शरीर एक समय में केवल एक ही चीज पर प्रतिक्रिया नहीं करता है। यह एकीकृत तरीके से और बुद्धिमानी से प्रतिक्रिया दे रहा होता है। इसका मानचित्र बनाकर हम सीख रहे हैं कि सामान्य पैटर्न कैसा दिखता है ताकि हम यह पता लगा सकें कि कब चीजें गलत हो रही हैं।

 विजय गर्ग सेवानिवृत्त प्रिंसिपल मलोट