कासगंज के दिव्यांश ने लहराया परचम, NDA में पाई देशभर में दूसरी रैंक
कासगंज के दिव्यांश ने लहराया परचम, एनडीए में पाई देशभर में दूसरी रैंक
पहले ही प्रयास में रचा इतिहास, उत्तर भारत के लिए गर्व का क्षण
कासगंज। शहर के आवास विकास कॉलोनी निवासी दिव्यांश सोलंकी ने नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) की परीक्षा में देशभर में दूसरी रैंक हासिल कर जिले ही नहीं, पूरे उत्तर भारत का नाम रोशन किया है। खास बात यह है कि उन्होंने यह सफलता पहले ही प्रयास में हासिल की है। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने कासगंज को राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिलाई है।
दिव्यांश की इस सफलता से परिवार, मोहल्ले और जनपदभर में खुशी की लहर है। लोग उनके घर पहुंचकर फूलमालाएं पहनाकर व मिठाई खिलाकर बधाई दे रहे हैं। दिव्यांश अब उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गए हैं जो देशसेवा का सपना देखते हैं।
पढ़ाई के लिए 12 वर्ष की उम्र में छोड़ा था घर
दिव्यांश की शुरुआती पढ़ाई कासगंज में हुई। मात्र 12 वर्ष की उम्र में वह पढ़ाई के लिए घर से दूर हो गए, जब कक्षा 7 में उनका चयन सैनिक स्कूल लखनऊ में हो गया। शुरुआत में घर से दूर रहना मुश्किल था, लेकिन उन्होंने खुद को पढ़ाई में पूरी तरह झोंक दिया और लक्ष्य के प्रति समर्पित हो गए।
इंटर परीक्षा से पहले मिली एनडीए में सफलता
दिव्यांश ने इसी वर्ष फरवरी-मार्च में इंटरमीडिएट की परीक्षा दी है। इसके परिणाम से पहले ही उन्हें एनडीए में दूसरी रैंक मिलने की सूचना मिल गई। इस सफलता ने उनकी मेहनत और आत्मविश्वास को नया आयाम दिया है।
परिवार में शिक्षा का माहौल
दिव्यांश के पिता धीरेन्द्र सोलंकी और मां डॉ. मंजू चौहान शिक्षक हैं। बड़ा भाई मृदुल सोलंकी नीट परीक्षा उत्तीर्ण कर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। परिवार में शिक्षा का मजबूत वातावरण दिव्यांश के उज्ज्वल भविष्य की नींव रहा।
शुभचिंतकों ने दी बधाई
दिव्यांश की सफलता पर दीपक मिश्र, राकेश राजपूत, चेतन चौहान एडवोकेट, सत्येंद्र सिंह, सुमित कुमार सहित कई गणमान्य नागरिकों ने शुभकामनाएं दीं। परिजनों का कहना है कि बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार दिशा और प्रोत्साहन मिले तो वे किसी भी ऊंचाई को छू सकते हैं।
दिव्यांश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने दादा जी, माता-पिता और गुरुओं को दिया है।
उनकी यह सफलता न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि जिले और पूरे प्रदेश के युवाओं के लिए एक प्रेरणा बन चुकी है।