राजकीय महिला अस्पताल में चल रही 102/108 एंबुलेंस कर्मी की ट्रेनिंग में पहुंचे यूनिसेफ के डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर

राजकीय महिला अस्पताल में चल रही 102/108 एंबुलेंस कर्मी की ट्रेनिंग में पहुंचे यूनिसेफ के डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर।
102 एंबुलेंस सेवा जननी शिशु सुरक्षा के लिए हो रही वरदान साबित, जोर देते हुए कहा कि हमें हर समय इस प्रयासरत में रहना चाहिए कि कैसे और बेहतर सेवाएं आम जन मानस तक पहुंचा सकें। हैदर रजा नख़वीं डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर यूनिसेफ
अलीगढ़। राजकीय महिला अस्पताल, में इन दिनों 108 व 102 एम्बुलेंस के ईएमटी का प्रशिक्षण चल रहा हैं। प्रशिक्षण भवन में पहुंचे यूनिसेफ के डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर हैदर रजा नख़वीं के द्वारा चार जिलों के मौजूद सभी ईएमटी को एंबुलेंस में मौजूद सभी उपकरण,इमरजेंसी दवाइयां ,साफ सफाई और मरीज को अच्छे से देखभाल करते हुए अस्पताल पहुंचाने के लिए मार्गदर्शन दिया। और कहा १०२ एंबुलेंस सेवा जननी शिशु सुरक्षा योजना के लिए वरदान साबित हो रही हैं। साथ ही कहा बिना १०२ एंबुलेंस सेवा के जननी शिशु सुरक्षा योजना शायद अधूरी सी हैं। तथा हमें हर समय इस प्रयासरत में रहना चाहिए कि कैसे और बेहतर सेवाएं आम जन मानस तक पहुंचा सकें। प्रशिक्षण भवन में उपस्थित सभी स्टाफ को जननी शिशु सुरक्षा योजना के बारे में बताया। जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (जेएसएसके) एक स्वास्थ्य योजना है जिसके तहत गर्भवती महिलाओं और बीमार नवजात शिशुओं को मुफ़्त इलाज मिलता है।
यह योजना 1 जून, 2011 को शुरू की गई थी. यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत आती है. इस योजना के तहत मिलने वाले लाभ: गर्भवती महिलाओं को सीज़ेरियन सहित प्रसव मुफ़्त में मिलता है। गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क दवाएं, निदान, रक्त, और आहार मिलता है. घर से अस्पताल तक और अस्पताल से घर तक मुफ़्त परिवहन मिलता है. रेफ़रल के मामले में, सुविधाओं के बीच और वापस घर जाने की सुविधा मिलती है। जन्म के 30 दिनों तक बीमार नवजात शिशु को मुफ़्त इलाज मिलता है। नवजात और एक साल तक के बीमार बच्चों को निःशुल्क दवाएं, उपभोग्य वस्तुएं, निःशुल्क निदान, और रक्त की निःशुल्क व्यवस्था मिलती है। सभी प्रकार के उपयोगकर्ता शुल्क से छूट मिलती है। लखनऊ से आये ट्रेनर अभिषेक एवं संजीवत कुमार लगातार एम्बुलेंस कर्मी को अच्छा से अच्छा प्रशिक्षण दे रहे है। स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हुई हैं। 102 एवं 108 एम्बुलेंस सेवा के प्रोग्राम मैनेजर अरशद ने बताया की इमरजेंसी मैनेजमेंट टेक्नीशियन के लिए दो दिन की ट्रेनिंग करवाई जा रही है।
ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज लगातार सेवा को और बेहतर बनाने के लिए सभी जनपद में दिन रात काम कर रही है। प्रशिक्षण भवन में नोएडा के प्रोग्राम मैनेजर संजय त्यागी तथा गाजियाबाद 108 एंबुलेंस सेवा के प्रभारी अमन भी मौजूद रहे। एक झलक में 108 व 102 एंबुलेंस। - 108 - किसी भी प्रकार की इमरजेंसी के लिए तेज बुखार, हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर,जानवर के काटने इत्यादि में। 102 - गर्भवती महिलाओ तथा 2 वर्ष के नवजात शिशु को घर से अस्पताल लाने व उपचार पश्चात अस्पताल से घर जाने हेतु निःशुल्क सुविधा।