बदायूँ डबल मर्डर केस में मासूम दे रहा गवाही, हत्यारों का हो एनकाउंटर और घर पर चले बुल्डोजर
UP Crime : बदायूं। पड़ोस में नाई का काम करने वाले साजिद और जावेद ने बदायूं में जिस तरह दो मासूम बच्चों आयुष और अहान का कत्ल किया, उससे हर कोई सन्न है।
पीयूष ने मीडिया से बातचीत में पूरे वाकये की जानकारी दी। बच्चों की माँ घर मे ब्यूटी पार्लर चलाती है। बच्चे द्वारा दी गई जानकारी में उसे बताया, ‘जब मैं ऊपर गया तो उन्होंने मेरा मुंह पकड़ लिया। उन्होंने मेरे हाथ में भी चाकू मारा। उन लोगों ने मेरे सबसे बड़े भाई से चाय मंगाई। वह चाय लेकर गया तो उसका कत्ल कर दिया। फिर छोटा वाले को पानी लेकर भेजा था और वह आया तो उसे भी मार डाला।
मैंने छोटे भाई की आवाज सुनी थी और मैं ऊपर गया। इसके बाद उन लोगों ने मुझे भी मारने की कोशिश की, लेकिन मैं किसी तरह छुड़ाकर भाग आया।’ पीयूष ने कहा कि इस हत्या में साजिद और जावेद दोनों शामिल थे। इस घटना को लेकर अब तक पुलिस जांच में जुटी है, लेकिन हत्याकांड की वजह सामने नहीं आई है। दो मासूम बच्चों से पड़ोस के नाई को क्या दिक्कत थी, यह किसी की भी समझ से परे है।
इस पूरे हत्याकांड का यदि कोई गवाह है तो वह है, दोनों मृतक बच्चों का मझला भाई पीयूष। महज 10 साल का इस हत्याकांड की जानकारी दे रहा है। वहीं मारे गए बच्चों की मां संगीता ने मीडिया के सवालों पर कहा कि इन लोगों ने कहा कि पार्लर दिखा दो। मैंने भाभी का पार्लर नहीं देखा है। इसके बाद ये लोग ऊपर गए और इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
एफआईआर के अनुसार कत्ल के बाद साजिद और जावेद के हाथ में खून से सने चाकू थे। जाते हुए साजिद यह कहते हुए गया कि आज हमारा काम पूरा हो गया है।यही नहीं उसकी हिम्मत की भी दाद देनी होगी कि उसने खुद को इन हत्यारों से बचाया भी और फिर पूरे परिवार को इस मामले की जानकारी दी। बदायूं की जिस बाबा कॉलोनी में यह दोहरा हत्याकांड हुआ है, वहां लोग बेहद गु्स्से में हैं।
मंगलवार रात को जोरदार प्रदर्शन हुआ था, जिसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। इस मामले को लेकर पड़ोस के लोग तो बुलडोजर ऐक्शन की भी मांग कर रहे हैं। पड़ोस के एक शख्स ने कहा कि आखिर यह अपराधी किस लिए घर तक आया। यह जानने की जरूरत है। वह घर आ भी गया तो हत्या कैसे कर दी।
उन्होंने कहा कि हमारी तो मांग है कि इस मामले में शामिल अन्य अपराधियों का भी एनकाउंटर किया जाए। इसके अलावा उनके घरों पर बुलडोजर भी चलाए जाएं। तब जाकर होगा सही न्याय।