गंगा का कहर बाढ़ के तेज रफ्तार से कई गांव के निवासियो का आवागवन बाधित

Jul 31, 2024 - 19:55
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गंगा का कहर बाढ़ के तेज रफ्तार से कई गांव के निवासियो का आवागवन बाधित
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गंगा का कहर बाढ़ के तेज रफ्तार से कई गांव के निवासियो का आवागवन बाधित

शमशाबाद फर्रुखाबाद। शमशाबाद के ग्रामीण क्षेत्रों में आई गंगा की बाढ़ का पानी कहर बरसा ने लगा है। जिससे निचले इलाकों में हाहाकार मचा हुआ है। 15 से अधिक गांव के नजदीक पानी पहुंचाने को है तथा कई गांव में पानी घुस गया है। 40 झोपड़ियां गंगा की बाढ़ के पानी से चारों ओर से गिर गई है।

इसी तरीके से पानी बढ़ता रहा तो निचले इलाकों में लोग परेशान हो जाएंगे और उनसे संपर्क भी टूट जाएगा। वही प्रशासन बाढ़ को देखते हुए पूरी नजर रखे हुए हैं। बाढ़ का पानी मार्ग के मुख्य मार्ग पर चौरा गांव के सामने सड़क पर 2 फीट पानी चल रहा है। यह रास्ता जलालाबाद शाहजहांपुर को जाता है।

दोनों जनपदों के आदर्श सैकड़ा से अधिक गांव के लोगों का हर समय इधर से उधर निकलना रहता है। बाढ़ का पानी मुख्य रोड पर चलने से बाइक, ई रिक्शा का निकलना मुश्किल हो रहा है। पानी मुख रोड से तेजी के साथ चल रहा है। ऐसे में कई बाइक बंद हो चुकी है। क्योंकि उनके साइलेंसर में पानी चला गया था। इन बाइकों को लोगों को खींचना पड़ रहा है। यहां प्रशासन की ओर से कोई सतर्कता नहीं दिखाई गई है।

ऐसे में जान जोखिम में डालकर लोग सड़क पार कर रहे हैं। चौरा गांव से इस्लामनगर और इस्लामनगर से पैलानी तक जाने वाला मार्ग पर बाढ़ का पानी भर गया है। पैलानी गांव से बांसखेड़ा चक मार्ग पर भी पानी चल रहा है। इसलिए पैलानी गांव के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर पानी भरने से लोग पानी में घुसकर निकल रहे हैं। गंगा का जल स्तर बढ़ने से स मेची पुर चिता र गांव के कई घर पानी से गिर गए हैं।

पंचायत घर एवं सामुदायिक शौचालय सी बाढ़ के पानी से घि रे हुए हैं। बि रिया डा रा, सा धौ सराय, हरसिंहपुर के इलाके में बाढ़ के पानी ने दस्तक दे दी है। यहां भी ग्रामीण परेशान है। क म थ री गांव में आता सैकड़ा परिवारों की झोपड़ी बनी है। पानी बढ़ने की सूचना पर महिलाएं बच्चे एवं परिवार के अन्य लोग सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं। आधा दर्जन युवक गांव की निगरानी में है। ढाई घाट मार्ग से बाजि द पुर और सैदपुर पिस तो र जाने वाले मार्ग पर बाढ़ का पानी भर गया है।

सड़क पर पानी भरने के कारण गांव के लोग उगरपुर होकर बाजार करने जा रहे हैं। क ट री तौफीक गांव में बाढ़ का पानी अंदर तक घुस गया है। विद्यालय तक बाढ़ के पानी ने अपनी जगह बना ली है। विद्यालय के पीछे 40 परिवार झोपड़ी डालकर रह रहे हैं। सभी बाढ़ के पानी से गिर गए हैं। गंगा का जलस्तर इसी तरह से बढ़ता रहा तो एक दर्ज से अधिक गांव में पानी घुस जाएगा गंगा नदी के बड़े जलस्तर के कारण ढाई घाट पर स्नान के लिए बनाए गए घाट भी पानी में डूब गए हैं।

ढाई घाट पर चारों ओर पानी पानी नजर आ रहा है। शमशान की ओर भी परेशानियां है। अंतिम संस्कार के लिए अब लोग ढाई घाट से 1 किलोमीटर पहले ही पश्चिम की ओर खेतों की तरफ जाने वाले मार्ग पर ही सबों का अंतिम संस्कार करने को मजबूर हो रहे हैं।