Kasganj news जिलाधिकारी मेधा रूपम की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस पर एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई।

जिलाधिकारी मेधा रूपम की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस एवं चिकोरी उत्पादक, प्रसंस्करण एवं निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चिकोरी के प्रसंस्करण इकाईयों के संचालकों एवं निर्यातको के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई।
अनुबंध के विपरीत यदि किसी संचालक अथवा निर्यातक के द्वारा किसानों का शोषण एवं किए गए अनुबंध का अनुपालन नहीं किया जाता है तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई अमल मे लायी जाएगी - जिलाधिकारी
कासगंज: जिलाधिकारी मेधा रूपम की अध्यक्षता में कलेक्टेट सभागार में किसान दिवस एवं चिकोरी उत्पादक, प्रसंस्करण एवं निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चिकोरी के प्रसंस्करण इकाईयों के संचालकों एवं निर्यातको के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी द्वारा सर्वप्रथम पूर्व बैठक में की गई चर्चा तथा उठाई गई समस्याओं से अवगत कराने के निर्देश दिए गए, जिसके क्रम में जिला कृषि अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि कुच्छ अनुबंधित चिकोरी प्रसंस्करण इकाइयों के द्वारा विगत वर्ष क्रय की गयी चिकोरी का अभी तक किसानों को भुगतान नहीं किया गया है और इस वर्ष हेतु मात्र 600 रू0 प्रति कुंतल की दर से ही चिकोरी क्रय का अनुबंध किसानों से किया गया है, जबकि अन्य चिकोरी निर्यातको एवं प्रसंस्करण इकाइयों द्वारा रू0 675 प्रति कुंतल की दर से चिकोरी का क्रय किया जा रहा है किसान प्रतिनिधियों के द्वारा अवगत कराया गया कि डिफॉल्टर संचालित प्रसंस्करण इकाईयों का लगभग रू0 50 लाख की देनदारी पिछले साल की अवशेष है। बैठक में उपस्थित चिकोरी प्रसंस्करण इकाईयों के संचालक के द्वारा अवगत कराया गया कि हम लोगों के द्वारा अनुबंधित किसानों से ही निर्धारित दर रू0 675 प्रति कुंतल पर चिकोरी का क्रय किया जा रहा है, परंतु कतिपय किसानों द्वारा उत्पादन की निर्धारित सीमा से अधिक चिकोरी का विक्रय किए जाने का प्रयास किया जाता है साथ ही इस हेतु विभिन्न स्तरों से दबाव डलवाया जाता है और कुछ गैर अनुबंधित किसानों के द्वारा चिकोरी को निर्धारित दर से कम दर पर क्रय करने का दबाव बनाया जाता है और हम लोगों के द्वारा मना करने पर विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है. तत्क्रम में जिलाधिकारी द्वारा किसानों को आश्वस्त किया गया कि जनपद में चिकोरी की खरीददारी एक ही दर पर कराने का प्रयास प्रशासन करेगा और अनुबंधित किसानो की चिकोरी संबंधित निर्यातको की संचालित प्रसंस्करण इकाइयों के द्वारा ही निर्धारित दर पर किया जाएगा, लेकिन जो किसान गैर अनुबंधित संस्थाओं या अन्य स्रोत से चिकोरी का बीज लेकर बुवाई किए हैं, वो चिकोरी का क्रय ना हो पाने पर स्वयं जिम्मेदार होंगे. जिला प्रशासन व संबंधित विभाग चिकोरी उत्पादक किसानों एवं निर्यातको के साथ-साथ प्रसंस्करण इकाइयों के संचालकों के मध्य समन्वय का कार्य करेगा और हमारा यह पूरा प्रयास होगा कि किसी भी किसान के साथ कोई शोषण अथवा अन्याय न होने पाए। जिला कृषि अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में कुल 32 प्रोसेसिंग प्लांट लगे हुए हैं. जिलाधिकारी द्वारा यह भी निर्देशित किया गया कि मै. गंगा डेयरी अतरौली अलीगढ़ एवं उनके द्वारा अनुबंधित प्रसंस्करण इकाईयों के साथ शीघ्र ही एक पृथक से बैठक कर समस्याओं का समाधान किया जाएगा. जिलाधिकारी द्वारा अनुबंध के विपरीत यदि किसी संचालक अथवा निर्यातक के द्वारा किसानों का शोषण एवं किए गए अनुबंध का अनुपालन नहीं किया जाता है तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई अमल मे लायी जाएगी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सचिन, अपर जिलाधिकारी राकेश कुमार पटेल, जिला कृषि अधिकारी डॉ अवधेश मिश्र, उप जिलाधिकारी सदर संजीव कुमार, उप जिलाधिकारी सहावर अंजलि गंगवार और उप जिलाधिकारी पटियाली प्रदीप कुमार विमल, जिला उद्यान अधिकारी रविंद्र, उपायुक्त उद्योग, जिला गन्ना अधिकारी ओमप्रकाश, सी पी भास्कर सचिव, कृषि उत्पादन मंडी शैलेंद्र कुमार, अपर जिला कृषि अधिकारी रंजीत कुमार द्वारा प्रतिभाग किया गया।