फर्जी दरोगा ने गृह मंत्रालय में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 30 लाख ठगे
नई दिल्ली। पुलिस की वर्दी पहनकर जालसाजी करने का मामला सामने आया है।
आरोपी ने खुद को मध्य प्रदेश पुलिस का उप निरीक्षक बताकर गृह मंत्रालय में नौकरी दिलाने का झांसा देकर पीजी में रहने वाले छात्रों से 30 लाख रुपये ठग लिए और फरार हो गया। पीड़ितों की शिकायत पर बिंदापुर थाना पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज कर लिया है।
अब पुलिस तकनीकी जांच कर आरोपी की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। मूलत - इटावा, यूपी के अहेरीपुर के रहने वाले यशवर्धन शर्मा मिलाप नगर में पीजी में रहते हैं। वह उत्तम नगर के पंखा रोड स्थित राजीव गांधी पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट में रेडियोलॉजी की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह पिछले 14 माह से पीजी में रह रहे हैं।
पीजी में अन्य छात्र भी रहते हैं। उनके कमरे में ही विकास शर्मा रहता था। जो पिछले आठ माह से यहां रह रहा था। साथ रहने के दौरान वह उन्हें छोटे भाई की तरह मानता था। बातचीत के दौरान विकास ने उन्हें बताया कि वह मध्य प्रदेश पुलिस में बतौर एसआई कार्यरत हैं। इन दिनों वह किसी वजह से निलंबित हो गए हैं।
उसने बताया कि उसके गृह मंत्रालय में एक परिचित हैं, जो उनका निलंबन समाप्त करवाने वाले हैं। उसने कहा कि वह उसे गृह मंत्रालय में क्लर्क की नौकरी लगवा सकता है। इस बात की जानकारी यश वर्धन ने अपने परिजनों को दी। उनके परिजनों से भी बातचीत के दौरान आरोपी ने नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया।
इसके एवज में आरोपी ने उनसे 1.80 लाख रुपये ले लिए। विश्वास दिलाने के लिए आरोपी ने अपना आधार कार्ड और दो मोबाइल नंबर भी दिए। यशवर्धन ने बताया कि एक जनवरी की रात वह अपना सामान लेकर गायब हो गया। उसके बाद से उसका मोबाइल फोन बंद है। काफी संपर्क करने पर भी आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला।
उसके बाद पीड़ित को पता चला कि पीजी में रहने वाले करीब दर्जन भर छात्र छात्राओं से वह नौकरी दिलाने के नाम पर करीब 30 लाख रुपये लेकर फरार हुआ है। यश वर्धन ने इसकी शिकायत बिंदापुर थाने में की। उसने पुलिस को बताया कि आरोपी रात में वर्दी पहनकर बाहर निकलता था। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपी के बारे में जानकारी हासिल करने में जुट गई है।