राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यकम के अन्तर्गत उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन सम्पन्न

राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यकम के अन्तर्गत उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन सम्पन्न
एटा ।* मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अर्न्तगत आज कलेक्ट्रेट सभागार एटा में एक उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) सत्यप्रकाश की अध्यक्षता में किया गया, जिसमें जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को तम्बाकू नियंत्रण कानूनों की जानकारी और उसके प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर प्रशिक्षित किया गया। अपर जिलाधिकारी प्रशासन द्वारा समस्त अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि यह अपने-अपने कार्यालय को तम्बाकू मुक्त घोषित करते हुए एक नोडल नामित करें और सप्ताह में एक बार अपने कार्यालय में प्रवर्तन दल द्वारा निरीक्षण कर उल्लघनकर्ताओं से अर्थदण्ड वसूलें और उसकी रिर्पोट मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में प्रेषित करें। शिक्षा विभाग को निर्देश दिये गये कि रामस्त विद्यालय व स्कूलों को तम्बाकू मुक्त घोषित कर रिपोर्ट प्रेषित करें। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० राममोहन तिवारी ने बताया कि तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट जैसी वस्तुएं टीबी, कैंसर और हृदय रोग जैसी 40 से अधिक गंभीर बीमारियों का कारण बनती है।
तंबाकू का सेवन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है, जिससे व्यक्ति गंभीर रोगों से ग्रसित हो सकता है और मुत्यु तक हो सकती है। जिला नोडल अधिकारी डा0 राममोहन तिवारी ने बताया लोगों को तम्बाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक करते हुए बताया कि भारत वर्ष में 13.5 लाख लोगों की मौत तम्बाकू खाने से हो जाती है साथ ही हर 6 सेकेन्ड में तम्बाकू खाने से मौत हो जाती है, एक सिगरेट में 4000 हजार से ज्यादा विषैले तत्व मिलाये जाते है। जिसकी वजह से व्यक्ति इसको छोड़ने में असमर्थ हो जाता है। कॉर्डिनेटर रीजनल, यूपीवीएचए लखनऊ सुरजीत सिंह ने कोटपा-2003 की धाराओं को विस्तार से समक्षाया, धारा 4, सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर प्रतिबन्ध (रू0 200 तक जूर्माना) धारा 5, प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष तम्बाकू विज्ञापन पर रोक, धारा 6 (क), 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को तम्बाकू बेचना अपराध है, धारा 6 (ख), शिक्षण संस्थानों से 100 गज के दायरे में बिकी निषिद्ध है। सुरजीत सिंह रीजनल कॉर्डिनेटर ने बताया कि जनपद में एन्फोर्समेंट कमेटी के गठन, तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान एवं ग्राम पंचायत के दिशा-निर्देशों के अनुपालन की आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० राम सिंह, जिला नोडल अधिकारी डा० राम मोहन तिवारी, कॉर्डिनेटर रीजनल, यूपीवीएचए लखनऊ सुरजीत सिंह, जनपद सलाहकार डा० अमन प्रताप एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।