देखते देखते घर जल गया घर के चिराग से-- बीजेपी हारी मैनपुरी में अपने बड़े नेताओं के निष्कृता से
देखते देखते घर जल गया घर के चिराग से-- बीजेपी हारी मैनपुरी में अपने बड़े नेताओं के निष्कृता से
मैनपुरी 11 जून (विशेष प्रतिनिधि किशोर) मैनपुरी के लोकसभा प्रत्याशी मंत्री ठा जयवीर सिंह को चुनाव में हारने के विषय में चर्चाएं होना शुरू हो गई है । भा जपा से संबंध रखने वाले बुद्धिजीवियोपत्रकारों वकीलों समाजसेवियों का कहना है की मंत्री की हार के पीछे कुछ भाजपा के वरिष्ठ नेताओं तथा कुछ सरकारी कर्मचारियों का हाथ रहा है ।
बताया जाता है जाता है जब जनपद की वोटर लिस्ट बन रही थी तब जनपद के वरिष्ठ नेताओं ने उस पर कोई ध्यान नहीं दिया। भाजपा समर्थक मतदाताओं के नाम काट दिए गए और सपा समर्थक मतदाताओं के नाम बढ़ा दिए गए। इससे भाजपा समर्थक तमाम मतदाता कम रह गए ।मतदान के दिन भी मेंभाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने कार्यकर्ताओं द्वारा मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पहुंचाने की कोई व्यवस्था नहीं की और ना कोई रुचि दिखाई। मतदान के समय यह देखने में आया था कि भाजपा समर्थक मतदाताओं के पास वोटर पर्ची नहीं पहुंची थी जो पोलिंग से वापस हो रहे थे ।
इसकी शिकायत भी एसडीएम मैनपुरी से की गई थी। मजे की बात तो यह कहीं जा रही है कि भाजपा के वरिष्ठ सुविधा भोगी नेताओं ने लोकसभा चुनाव 2024 में इसलिए अधिक सक्रियता रुचि नहीं दिखाई क्योंकि यह सुविधा होगी नेता जानते थे की देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री मोदी जी तथा लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी के नाम पर जनता खुद वोट देगी और भाजपा प्रत्याशी की जीत होगी इस प्रचंड जीत पर उनका नाम कहा जाएगा और उन्हें जीत की बधाइयां मिलेगी। पर पर ऐसा नहीं हुआ ।भाजपा का कार्यकर्ता भी बड़े नेताओं को देखकर सक्रिय नहीं रहा और भाजपा प्रत्याशी की हर हो गई।
भाजपा प्रत्याशी जयवीर सिंह भी बड़े नेताओं पर निर्भर रहे जनता के बीच सक्रिय रूप से भाजपा समर्थक मतदाताओं के पास नहीं पहुंचे । केवल भाजपा के नेताओं तक सीमित रहे। मैनपुरी के भाजपा समर्थक बुद्धिजीवी तथा पत्रकारों साहित्यकारों का कहना है कि देश के वरिष्ठ नेता मैनपुरी में आकर मैनपुरी लोकसभा सीट के हार की जांच जनता के बीच वकील पत्रकार बुद्धिजीवियों से करें जो भाजपा के समर्थक रहे हैं ।