टीसी नहीं मिली, बेटी लापता: गिरोरा के सनसाइन एकेडमी पर गंभीर आरोप

टीसी नहीं मिली, बेटी लापता: गिरोरा के सनसाइन एकेडमी पर गंभीर आरोप
एटा। शिक्षा को अधिकार मानने वाले देश में जब एक निर्धन पिता अपनी बेटी की टीसी (स्थानांतरण प्रमाणपत्र) के लिए दो साल तक पढ़ाई के प्रमाणों के साथ स्कूल के चक्कर काट रहा हो, और फिर भी उसे अपमानित करके स्कूल से भगा दिया जाए — तो यह व्यवस्था पर एक गम्भीर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। धिरामई निवासी तुलाराम की नाबालिग बेटी बबीता ने गिरोरा स्थित सनसाइन एकेडमी में दो वर्षों तक पढ़ाई की। पिता तुलाराम के अनुसार, स्कूल ने पढ़ाई के दौरान फीस कार्ड और परीक्षा परिणाम कार्ड भी जारी किए थे।
जब बेटी को किसी अन्य विद्यालय में दाखिला दिलाने की आवश्यकता पड़ी, तो विद्यालय से टीसी माँगी गई — लेकिन स्कूल प्रबंधक ने टीसी देने से साफ इनकार कर दिया। तुलाराम ने जब बार-बार गुहार लगाई, तो उसे विद्यालय से अपमानित कर भगा दिया गया और कहा गया कि "तुम्हारी बेटी ने यहाँ कभी पढ़ाई ही नहीं की।" यह स्थिति तब और गंभीर हो गई जब तुलाराम की नाबालिग पुत्री संदिग्ध परिस्थितियों में घर से लापता हो गई। परिवार का आरोप है कि स्कूल प्रबंधक और उनसे जुड़े दबंग अब गुंडई पर उतर आए हैं और खुलेआम धमकियाँ दे रहे हैं। इस पूरे प्रकरण की शिकायत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से भी की गई, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। पीड़ित परिवार न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है।
प्रश्न उठता है — जब एक गरीब पिता को अपनी बेटी के शिक्षा प्रमाणपत्र के लिए ऐसे अपमान का सामना करना पड़े, तो क्या यह हमारे शिक्षा तंत्र की विफलता नहीं है?** प्रशासन से मांग की जा रही है कि तत्काल मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए, बच्ची की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए।