DIG अलीगढ़ द्वारा पुलिस लाइन में अपराध गोष्ठी का आयोजन, पुलिसकर्मियों को दिए निर्देश

Dec 2, 2023 - 17:57
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DIG अलीगढ़ द्वारा पुलिस लाइन में अपराध गोष्ठी का आयोजन,  पुलिसकर्मियों को दिए निर्देश
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पुलिस उपमहानिरीक्षक अलीगढ़ परिक्षेत्र अलीगढ़ शलभ माथुर द्वारा दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के दौरान पुलिस लाइन स्थित सम्मेलन कक्ष में राजपत्रित अधिकारी/थाना प्रभारी व शाखा प्रभारियों के साथ अपराध/कार्मिक गोष्ठी कर दिए आवश्यक दिशा निर्देश। ____________________________________ समाधन दिवस के अवसर पर तहसील सदर पर आये फरियादियों की समस्याओं को सुन उनके समयबद्ध निस्तारण हेतु सम्बन्धित को किया गया निर्देशित। ________________________________ थाना कोतवाली नगर क्षेत्रान्तर्गत जनेश्वर मिश्र हॉल में ऑपरेशन जागृति के तहत यूनीसेफ के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर स्कूली छात्र-छात्राओं, अध्यापक/अध्यापिकाओं, महिला ग्राम प्रधानों, व्यापार मण्डल के प्रतिनिधियों व अन्य संभ्रांत व्यक्तियों को घरेलू हिंसा, महिला अधिकारों, साइबर अपराधों, साइबर बुलिंग के प्रति किया गया जागरूक। _________________________________ थाना कोतवाली नगर क्षेत्रान्तर्गत बस स्टैण्ड स्थित पिंक बूथ का किया गया गया उद्धघाटन। _______________एटा।  पुलिस उप महानिरीक्षक अलीगढ़ परिक्षेत्र अलीगढ़ शलभ माथुर द्वारा दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के दौरान कल दिनांक 01.12.2023 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  राजेश कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक अपराध विनोद कुमार पाण्डेय, अपर पुलिस अधीक्षक  धनंजय सिंह कुशवाहा सहित पुलिस लाइन स्थित सम्मेलन कक्ष में समस्त राजपत्रित अधिकारी/थाना प्रभारियों व शाखा प्रभारियों के साथ अपराध/कार्मिक गोष्ठी कर लम्बित विवेचनाओं, वाँछितों की गिरफ्तारी, महिला सम्बन्धित अपराध, IGRS, कानून व्यवस्था, दो पहिया वाहनों पर चलने वाले नयी उम्र के लडकों की भलीभाँति चैकिंग, जनसुनवाई, मिशन शक्ति, ऑपरेशन कनविक्शन, टैक्सी स्टैंड, भूमिविवाद, एंटीरोमियो स्क्वायड, ऑपरेशन जागृति के संबंध में, तथा शान्ति एवं सौहार्द पूर्ण वातावरण बनाए रखने व साथ मिलकर जनता की समस्याओं का निस्तारण एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

साथ ही सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने तथा संदिग्ध वाहन/व्यक्तियों की सघन चेकिंग करने हेतु निर्देशित किया। आज दिनांक 02.12.2023 उप महानिरीक्षक द्वारा तहसील समाधान दिवस के अवसर पर तहसील पर आये हुये फरियादियों की समस्याओं को सुनकर संबंधित को उनके समयबद्ध निस्तारण हेतु निर्देशित किया गया, साथ ही भूमि संबंधी विवादों के संबंधित विभाग के साथ समयबद्ध निस्तारण हेतु निर्देशित किया गया। तत्पश्चात उप महानिरीक्षक द्वारा एडीजी आगरा जोन आगरा के निर्देशन में चलाए जा रहे "ऑपरेशन जागृति" अभियान के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में जनेश्वर मिश्र हाल में स्कूली छात्र-छात्राओं, अध्यापक/अध्यापिकाओं, ग्राम प्रधानों, व्यापार मण्डल के प्रतिनिधियों व अन्य संभ्रांत व्यक्तियों को घरेलू हिंसा, महिला अधिकारों, साइबर अपराधों, साइबर बुलिंग के प्रति जागरूक करते हुए "ऑपरेशन जागृति" के उद्देश्य, विशेषताएं के बारे में चर्चा की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ उप महानिरीक्षक अलीगढ़ परिक्षेत्र अलीगढ़ द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया, तदोपरांत कार्यक्रम में यूनिसेफ के प्रतिनिधियों द्वारा कार्यक्रम की कार्य योजना पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि महिला एवं बालिकाओं सम्बंधी अपराध की घटनाएं जोन स्तर पर विभिन्न माध्यम से जनसुनवाई में प्राप्त शिकायती प्रार्थना-पत्र एवं दैनिक अपराध आख्या से देखने को मिलती है जहाँ एक ओर यह स्थिति महिलाओं एवं बालिकाओं के सशक्तिकरण और सुरक्षा को कम्प्रोमाइज करती है, वही अक्सर पारिवारिक विवाद / पारस्परिक भूमि विवाद का यथोचित समाधान नहीं दिखने पर अपराधिक घटनाओं में महिला सम्बन्धी अपराधों को जोड़ने की प्रवृत्ति भी सामाजिक रूप से देखने को मिल रही है। संक्षेप में कई अन्य प्रकरणों में ऐसी घटनायें दर्ज करा दी जाती हैं, जिनको बाद महिला एवं बालिकाओं संबन्धी अपराधों की श्रेणी में परिवर्तित कर दिया जाता है जबकि मूलतः यह पारिवारिक और भूमिविवाद संबन्धी होती है।

दूसरी ओर, वास्तविक रूप से महिलाओं एवं बालिकाओं के विरूद्ध जो अपराध होते हैं, उनमें बलात्कार शीलभंग जैसे संगीन मामलों में प्रताड़ित महिलाओं एवं बालिकाओं की मनोस्थिति काफी हद तक प्रभावित होती है और पीड़िता के जीवन में उस घटना का ट्रॉमा और भय सदैव के लिए बस जाता है। उक्त मानसिक आघात से उमरने के लिए पीड़िता का मनोवैज्ञानिक परामर्श की भी आवश्यकता होती है। एक अन्य प्रकार का ट्रेंड जो सामने आ रहा है, उसमें नाबालिग उम्र में बालिकायें लव अफेयर, Elopement, Live in relationship जैसे सेनेरियो में फँस जाती हैं और किन्ही कारणों से उनको समझौता करना पड़ता है। कई बार बालिकायें अपनी सहमति से भी बिना सोचे समझे चली जाती है।

साथ ही साथ बदनामी के भय से ऐसा संत्रास झेलना पड़ता है, जिसके कारण वह ऐसी स्थिति से निकलने में अपने आपको अक्षम महसूस करती है। परिवार में आपसी संवादहीनता और अभिभावकों से डर के कारण बालिकाए अपनी बात कह नहीं पाती है। इसके अतिरिक्त आज तकनीक के दुरूपयोग के चलते महिलाओं एवं बालिकाओं के प्रति साइबर बुलिंग के मामले भी सामने आ रहे है। इन सभी परिस्थितियों में सामाजिक जागरूकता, संवाद शिक्षा और परामर्श (counselling/support) की बेहद आवश्यकता है ताकि महिलायें एवं बालिकायें इस प्रकार के षड़यंत्रों का शिकार न बने भावनाओं में बहकर अपना जीवन बर्बाद न करें और उन्हें मौहरा बनाकर जमीनी विवादों का समझौता ( settlement) न किया जाये। यदि वास्तव में उनके साथ किसी प्रकार का अपराध घटित होता है तो वह सच बोलने की हिम्मत रख पाये और विधिक कार्यवाही के साथ-साथ उनको counseling/support और rehabilitation का मौका मिल सके। इन परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन आगरा के निर्देशन में "ऑपरेशन जागृति" कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

इस अभियान में आगरा एवं अलीगढ मण्डल के सभी जनपदों के शहर से गाँव स्तर तक निम्नांकित stakeholders के आपसी समन्वय से ऑपरेशन जागृति कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है जिसमें शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पंचायतीराज, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एन०आर० एल०एम०). महिला एवं बाल विकास, बाल विकास एवं पुष्टाहार (आई०सी०डी०एस०). युवा एवं खेल विभाग, सकिय NGOS, मनोवैज्ञानिक / काउंसलर्स / UNICEF (चीफ कोर्डिनेटर), पुलिस विभाग उक्त कार्यक्रम हेतु UNICEF द्वारा आगरा जोन के दिशा निर्देशन में पूरी कार्ययोजना तैयार की गयी है एवं सम्बन्धित विभागों की भूमिका को भी विस्तृत तौर पर परिभाषित किया गया है। उक्त अवसर पर स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा साइबर अपराधों, महिला अपराधों, महिला हेल्पलाइन आदि के बारे में प्रश्न पूछे गये जिनका उप महानिरीक्षक अलीगढ़ परिक्षेत्र अलीगढ़ महोदय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक अपराध अपर पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी नगर, यूनिसेफ के प्रतिनिधियों द्वारा यथोचित जबाब दिये गये। आपरेशन जागृति के सफल से जनपद में महिलाओं / बालिकाओं के प्रति अपराधों में कमी आयेगी, False Reporting मे कमी आयेगी, कांउसलिंग और रिपोर्टिंग सिस्टम मजबूत होगा, Elopement के मामलों में भी कमी आयेगी। कार्यक्रम का संचालन राकेश भदौरिया द्वारा किया गया।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अपराध विनोद कुमार पांडेय, अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय सिंह कुशवाहा, ऑपरेशन जागृति के नोडल अधिकारी डीडीओ प्रवीण कुमार राय, यूनिसेफ के प्रतिनिधि शैलेश प्रताप सिंह, नगर पालिका परिषद एटा चैयरमेन श्रीमती सुधा गुप्ता, क्षेत्राधिकारी यातायात संजय सिंह, क्षेत्राधिकारी नगर विक्रांत द्विवेदी, क्षेत्राधिकारी सकीट कृष्ण मुरारी, क्षेत्राधिकारी कार्यालय संगम लाल मिश्रा, श्रीमती निरुपमा वर्मा वामा संचालक, व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रमोद गुप्ता, धर्मवीर सिंह गहलोत,विजय गुप्ता महिला ग्राम प्रधान आदि अन्य संभ्रांत व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सेंट पॉल, विद्या भारती, जीजीआईसी, बीपीएस आदि स्कूलों की प्राचार्य तथा छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ पुलिस अधीकक द्वारा उप महानिरीक्षक अलीगढ़ परिक्षेत्र अलीगढ़ सहित उपस्थिति समस्त गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

ऑपरेशन जागृति के समापन के पश्चात उप महानिरीक्षक अलीगढ़ परिक्षेत्र अलीगढ़ द्वारा महिलाओं की सहायता एवं समस्याओं के निराकरण हेतु थाना कोतवाली नगर क्षेत्रांतर्गत बस स्टैण्ड के पास “पिंक बूथ” का नगर पालिका चेयरमैन श्रीमती सुधा गुप्ता के साथ फीता काटकर उद्घाटन किया गया। डीआईजी द्वारा बताया गया कि पिंक बूथ एक हेल्प डेस्क है जो महिलाओं से जुड़े तमाम कार्यों में सहायता करता है, यह बूथ विशेष रूप से महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा और शिकायतों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। महिलाओं व लड़कियों की सुरक्षा और शिकायतों कों सुविधा जनक बनाने के लिए पिंक बूथ बनाया गया है। यदि किसी भी महिला को पुलिस सहायता की जरूरत होंगी तों तत्काल इस बूथ पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगी।

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