आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनिया को एकजुट होना चाहिए - राजनाथसिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सैनिकों के साथ दशहरा मनाने और उनके साथ शस्त्र पूजा करने के लिए अरुणाचल प्रदेश की अपनी यात्रा से पहले सोमवार को असम के तेजपुर पहुंचे।
यहां रक्षा मंत्री ने कहा कि हम सभी को पूरा विश्वास है कि अगर देश पर कोई संकट आता है, तो हमारी सेना के जवान उसका सामना करने में सक्षम हैं। दुनिया में भारत का बढ़ता कद सिर्फ हमारी बढ़ती अर्थव्यवस्था के कारण नहीं है, बल्कि आप (भारतीय सेना का) भी है। जब अर्थव्यवस्था की बात आती है, तो हम दुनिया में 10वें-11वें स्थान पर होते थे और पीएम मोदी के नेतृत्व में हम पांचवें स्थान पर आ गए हैं।
वहीं, इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध पर राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनिया को एकजुट होना चाहिए। इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि इससे निर्दोष लोग प्रभावित न हों। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आयोजित 'बाराखाना' के दौरान क्षेत्र में तैनात सशस्त्र बलों के जवानों के साथ बातचीत की। अपने संबोधन में, राजनाथ सिंह ने बाराखाना की अवधारणा की सराहना करते हुए कहा कि यह सभी वर्गों को एक ही परिवार के सदस्यों के रूप में एक साथ भोजन करने के लिए एक साथ लाता है।
उन्होंने कहा कि इस बाराखाने में आपके बीच होना दर्शाता है कि सिर्फ अपनी स्थिति से अधिक, हम एक परिवार हैं और साथ मिलकर हम अपने देश के रक्षक हैं। सिंह ने भारतीय सेना को भाईचारे और एकता का सच्चा उदाहरण बताया, क्योंकि वे अलग-अलग राज्यों, धर्मों और पृष्ठभूमि से होने के बावजूद एक ही बैरक और इकाई में एक साथ काम करते हैं और रहते हैं। उन्होंने सशस्त्र बलों और उनके परिवारों के बलिदान और हमेशा मातृभूमि की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि राष्ट्र सदैव वीर सैनिकों का ऋणी रहेगा। राजनाथ सिंह ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि भारतीय सैनिकों की वीरता और प्रतिबद्धता को पूरी दुनिया में मान्यता प्राप्त है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का कद बढ़ा है और मजबूत एवं बहादुर सेना उस प्रगति के पीछे मुख्य कारणों में से एक है। उन्होंने विश्वास जताया कि भारत 2027 तक खुद को दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल कर लेगा।
रक्षा मंत्री ने अपनी हाल की इटली यात्रा को याद किया, जिसके दौरान उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में इतालवी अभियान में लड़ने वाले नाइक यशवंत घाडगे और अन्य भारतीय सैनिकों के लिए हाल ही में बनाए गए मोंटोन स्मारक (पेरुगिया प्रांत) पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों के माध्यम से दुनिया के विभिन्न हिस्सों में शांति और सुरक्षा बनाए रखने वाले भारतीय सैनिकों के योगदान का भी उल्लेख किया।