UP Politics: 'ललकार कर कहा था मंत्री बनेंगे और बनकर दिखा दिया, ओपी राजभर
UP Politics: अपने बयानों लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने एक बार फिर कुछ ऐसा ही कहा है, जिससे वो एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री बनने के बाद ओपी राजभर के तेवर बदल गए हैं। ओपी राजभर ने एक बयान में खुद को गब्बर सिंह बताया है और अपने कार्यकर्ताओं को पीला गमछा डालकर थाने जाने की सलाह दी है। राजभर ने खुद की तुलना मुख्यमंत्री तक से कर डाली।
ओम प्रकाश राजभर ने कहा, ‘आप लोगों ने देखा कि मुख्यमंत्री बैठकर ओम प्रकाश राजभर को शपथ दिला रहे थे। हम मंत्री बनेंगे- बोलो कहा था या नहीं? ललकार कर कहा था कि मंत्री बनेंगे और बनकर दिखा दिया। आज ओमप्रकाश राजभर के पास वो पावर है, जो पावर मुख्यमंत्री के पास है।’ सुभासपा प्रमुख ने कार्यकर्ताओं से कहा, ‘मैं कहता हूं किसी थाने पर जाओ, लेकिन सफेद गमछा मत लगाओ। हमारा पीला गमछा लगाओ।
पीला गमछा लगाकर जब थाने पर जाओगे तब तुम्हारी शक्ल में दरोगा को राजभर (ओम प्रकाश) दिखेगा। जाकर बता देना कि मंत्री जी ने भेजा है।’ ओपी राजभर इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि दरोगा, डीएम, एसपी में पावर नहीं है कि फोन लगाकर पूछे कि मंत्री ने लोगों को भेजा है या नहीं।
शोले में एक गब्बर सिंह था, तो मुझे भी गब्बर समझ लो। बता दें, उत्तर प्रदेश में योगी कैबिनेट का विस्तार मंगलवार को हुआ था। कैबिनेट के इस विस्तार में ओम प्रकाश राजभर, बीजेपी नेता दारा सिंह, सुनील शर्मा और रालोद के नेता अनिल कुमार ने लखनऊ के राजभवन में कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली थी।
योगी 2.0 का ये पहला कैबिनेट विस्तार है। एनडीए में सुभासपा और रालोद नए सहयोगी के रूप में शामिल हुए हैं। ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा साल 2004 से चुनाव लड़ रही है। राजभर ने 2022 के चुनाव में समाजवादी पार्टी से हाथ मिलाया। इस चुनाव में वह खुद जहूराबाद सीट से मैदान में थे।
उन्होंने भाजपा के कालीचरण राजभर को हराकर जीत हासिल की थी। चुनाव में सपा गठबंधन को अपेक्षित सफलता नहीं मिलने के बाद अखिलेश यादव से उनके रिश्ते खराब हो गए। जिसके बाद राजभर सपा गठबंधन से बाहर हो गए। काफी दिन बाहर रहने के बाद फिर वो एनडीए का हिस्सा बन गए। जिसके बाद हाल ही में उन्हें मंत्री पद से नवाजा गया है।