पहलगाम में आतंकी हमला: सऊदी अरब का दौरा छोड़ दिल्ली लौट रहे PM मोदी

Apr 23, 2025 - 08:37
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पहलगाम में आतंकी हमला: सऊदी अरब का दौरा छोड़ दिल्ली लौट रहे PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर सऊदी अरब की ओर से आयोजित आधिकारिक रात्रिभोज में हिस्सा नहीं लिया. उन्होंने अपनी सऊदी यात्रा को बीच में ही समाप्त कर दिया। वह भारत के लिए रवाना हो गए हैं. बुधवार की सुबह दिल्ली पहुंचेंगे. प्रधानमंत्री दो दिनों के दौरे के लिए सऊदी गए थे. बुधवार को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की बैठक में प्रधानमंत्री शामिल होंगे।

प्रधानमंत्री मोदी की यूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ फोन पर बातचीत हुई है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में हाई-लेवल मीटिंग की. आतंकियों ने पर्यटकों के एक ग्रुप को निशाना बनाया, जिसमें करीब 26 लोगों की मौत की आशंका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि वह हमले की निंदा करते हैं. उन्होंने लिखा, जो लोग इस जघन्य कृत्य के पीछे हैं, उन्हें कटघरे में लाया जाएगा और बख्शा नहीं जाएगा. आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा कि मुश्किल समय में हम भारत के साथ हैं. आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ अमेरिका मजबूती से खड़ा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई. जानकारी के अनुसार, इस बातचीत का विषय पहलगाम में हुआ आतंकवादी हमला रहा. इस घटना पर दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकवादियों ने अपनों के सामने ही लोगों को गोलियों से भून दिया, किसी पत्नी के सामने पति को, तो किसी के सामने परिजनों को मार डाला गया. सुरक्षाबल आतंकवादियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, हमलावरों ने नाम पूछकर गोली मारी और फिर फरार हो गए. इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए स्थानीय लोगों ने कहा, 'इससे बड़ा दुश्मन कोई कश्मीरी का नहीं हो सकता, ये हमारे बच्चों के दुश्मन हैं'। आतंकवादियों को खोजने के लिए भारतीय सेना की वेक्टर फोर्स, स्पेशल फोर्स, जम्मू कश्मीर पुलिस के एसओजी और सीआरपीएफ का संयुक्त ऑपरेशन चल रहा है. इस अभियान में सबसे आगे है भारतीय सेना की वेक्टर फोर्स है. क्योंकि इसे घाटी में आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए जाना जाता है।

पहलगाम में हुए आतंकी हमले वाली जगह पर बिना नंबर प्लेट की एक मोटरसाइकिल मिली है, जिसके आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने का संदेह है. खुफिया एजेंसियों से आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक, इस हमले में पाकिस्तान के विदेशी आतंकी भी शामिल हो सकते हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला पूरी योजना और रेकी के बाद किया गया है और इसके पीछे कश्मीर के हालात बिगाड़ने और पाकिस्तान के आंतरिक मुद्दों से ध्यान भटकाने का मकसद हो सकता है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर लोगों से अपील किया है कि वह चैंबर एंड बार एसोसिएशन जम्मू द्वारा पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में बुधवार को पूर्ण बंद का समर्थन करें. यह हमला चुनिंदा लोगों के खिलाफ नहीं है. बल्कि यह हम सभी पर हमला है।

एयर इंडिया ने आज (बुधवार) के लिए श्रीनगर से दिल्ली और मुंबई के लिए दो अतिरिक्त फ्लाइट्स का ऐलान किया है. श्रीनगर से मुंबई की फ्लाइट 12 बजे दोपहर में है और श्रीनगर से दिल्ली की फ्लाइट 11 बजकर 30 मिनट पर. अन्य फ्लाइट्स अपने निर्धारित समय के मुताबिक चलेंगी। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने हर किसी को हिलाकर रख दिया है. क्योंकि श्रीनगर से 100 करीब सौ किलोमीटर दूर, पहलगाम की बैसरन घाटी में, छुट्टी मनाते हुए, पर्यटकों पर आतंकियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। नए कश्मीर में सुरक्षा के तमाम दावों को दहशतगर्दों ने अपनी नापाक गोलियों से लहूलुहान कर दिया. पहलगाम में दहशतगर्दों ने एक दो नहीं बल्कि 26 सैलानियों को चुन-चुन कर मारा गिराया।

जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सज्जाद लोन ने कहा कि आतंकवादियों से बड़ा कश्मीरियों का कोई दुश्मन नहीं हो सकता. उनकी जंग कश्मीरियों के आतिथ्य के खिलाफ है. वे चाहते हैं कि पर्यटक कश्मीर छोड़ दें और कश्मीरियों के पास आजीविका का कोई स्रोत न हो. वो हमारे बच्चों और आने वाली पीढ़ियों के दुश्मन हैं. वे आतंकवादी हैं. निहत्थे पर्यटकों को निशाना बनाना सबसे बड़ा पाप है. उन्हें न तो यहां माफ किया जाएगा, न ही भगवान की नजर में। बीजेपी नेता रविंदर रैना ने कहा कि कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर कायराना आतंकी हमला किया है. कायर पाकिस्तानी आतंकवादी भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर पुलिस और हमारे अर्ध सैनिक बलों के जांबाज वीरों का सामना नहीं कर सकते. इन कायर आतंकवादियों ने कश्मीर घूमने आए निहत्थे निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाया है। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में, जहां ये आतंकी हमला हुआ, वहां सिर्फ पैदल या फिर खच्चरों से ही पहुंचा जा सकता है।

दोपहर तकरीबन ढाई बजे, 2-3 बंदूकधारी आतंकी, सेना की वर्दी पहनकर, बैसरन घाटी में घुसते हैं और घुड़सवारी कर रहे पर्यटकों पर गोलियां बरसाना शुरु कर देते हैं. हमला अचानक हुआ तो किसी को समझ में नहीं आया. कई जख्मी हो गए, तो हमले में कई घोड़े भी घायल हो गए. पर्यटकों को निशाना बनाने वाले कुछ आतंकी सेना की वर्दी में थे. इसके चलते स्थानीय लोगों के साथ टूरिस्ट भी आतंकी होने का अनुमान नहीं लगा पाए। इस हमले में भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और खुफिया ब्यूरो के एक सेक्शन अधिकारी मनीष रंजन की जान चली गई. लेफ्टिनेंट विनय नरवाल केरल के कोच्चि में तैनात थे. वो हनीमून मनाने वहां गए थे. आईबी अधिकारी परिवार के साथ घूमने आये थे। आतंकी हमले को पाकिस्तान के बिगड़े हालात से ध्यान हटाने का एक 'डेस्पेरेट एटेम्पट' माना जा रहा है. हमले का समय महत्वपूर्ण है, जब प्रधानमंत्री सऊदी अरब में थे और अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है।

सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा है कि पाकिस्तान की सेना को जब तक सबक नहीं सिखाया जाएगा, जब तक वो इस किस्म की कार्रवाई करता रहेगा और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी सैन्य कार्रवाई की मांग की है. इस हमले को ';बहुत ही कवर्डली एक्ट' कहा जा रहा है और जानकारों का मानना है कि इसका मकसद घाटी में बढ़ते पर्यटन को रोकना हो सकता है। पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है. लोग में गुस्सा है. वह बालाकोट-उरी जैसी जवाबी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इस घटना के विरोध में लोग कैंडल मार्च निकाल रहे हैं, 'स्टॉप हिंदू जेनोसाइड' जैसे नारे लगा रहे हैं और आतंकियों से बदला लेने की मांग कर रहे हैं. इसे 14 फरवरी 2019 के पुलवामा हमले और 18 सितंबर 2016 के उरी हमले जैसा बताया जा रहा है, जिसके बाद भारत ने क्रमशः बालाकोट एयर स्ट्राइक (12 दिन बाद) और एलओसी पार सर्जिकल स्ट्राइक (10 दिन बाद) कर जवाब दिया था।