टोरंटो: हाल ही में भारतीय राजनयिकों को हत्यारा बताने वाले खालिस्तान समर्थन में लगाए गए पोस्टर की निंदा करते हुए भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्य ने बुधवार को चेतावनी दी कि खालिस्तानी खतरा देश पर मंडरा रहा है। सांसद चंद्र आर्य ने ट्वीट कर कहा कि कनाडा में खालिस्तानी हिंसा और नफरत को बढ़ावा देकर हमारे अधिकारों और स्वतंत्रता का दुरुपयोग हो रहा है।उन्होंने कहा कि ''हालाकि यह अच्छा है कि कनाडाई अधिकारी इस पर ध्यान दे रहे हैं, हमें ध्यान देना चाहिए कि खालिस्तानी कैसे सांप की तरह अपना सिर उठा रहे हैं।'' 8 जुलाई को खालिस्तान स्वतंत्रता रैली की घोषणा करने वाले पोस्टर में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और टोरंटो में महावाणिज्य दूत अपूर्व श्रीवास्तव को खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर का हत्यारा बताकर पूरे भारत में आक्रोश फैला दिया। खालिस्तानियों ने ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39वीं वर्षगांठ पर दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की एक झांकी लगाई, जिसमें उनके कपड़ों पर खून लगा हुआ था और एक पोस्टर लगा था, जिस पर लिखा था कि श्री दरबार साहिब पर हमले का बदला लिया जाएगा।राजनयिक आर्य ने कहा कि हाल ही में ब्रैम्पटन परेड में दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके अंगरक्षकों की हत्या को चित्रित करके वह अब खुलेआम भारत के खिलाफ हिंसा का आह्वान कर रहे हैं। भारत द्वारा इस मुद्दे को कनाडा में उच्चतम स्तर पर उठाने के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चेतावनी दी कि संबंध प्रभावित होंगे, विदेश मंत्री मेलानी जोली ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि ऐसा प्रचार अस्वीकार्य है।जोली ने कहा कि उनका देश राजनयिकों की सुरक्षा के संबंध में वियना कन्वेंशन के तहत अपने दायित्वों को बहुत गंभीरता से लेता है मगर कुछ लोगों की हरकतें पूरे समुदाय या कनाडा के लिए मायने नहीं रखतीं। भारत ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए मंगलवार को कनाडाई उच्चायुक्त कैमरन मैके को भी बुलाया। निज्जर (45) को गुरुद्वारे के पार्किंग क्षेत्र के बाहर गोली मार दी गई थी। उसके सिख फॉर जस्टिस के साथ संबंध थे। ऑस्ट्रेलिया में भी ऐसे ही खालिस्तान समर्थक पोस्टर सामने आए हैं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया में भारत के उच्चायुक्त मनप्रीत वोहरा और मेलबर्न में भारत के महावाणिज्य दूतावास सुशील कुमार को निशाना बनाया गया है।
टोरंटो: हाल ही में भारतीय राजनयिकों को हत्यारा बताने वाले खालिस्तान समर्थन में लगाए गए पोस्टर की निंदा करते हुए भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्य ने बुधवार को चेतावनी दी कि खालिस्तानी खतरा देश पर मंडरा रहा है। सांसद चंद्र आर्य ने ट्वीट कर कहा कि कनाडा में खालिस्तानी हिंसा और नफरत को बढ़ावा देकर हमारे अधिकारों और स्वतंत्रता का दुरुपयोग हो रहा है।
उन्होंने कहा कि ''हालाकि यह अच्छा है कि कनाडाई अधिकारी इस पर ध्यान दे रहे हैं, हमें ध्यान देना चाहिए कि खालिस्तानी कैसे सांप की तरह अपना सिर उठा रहे हैं।''
8 जुलाई को खालिस्तान स्वतंत्रता रैली की घोषणा करने वाले पोस्टर में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और टोरंटो में महावाणिज्य दूत अपूर्व श्रीवास्तव को खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर का हत्यारा बताकर पूरे भारत में आक्रोश फैला दिया। खालिस्तानियों ने ऑपरेशन ब्लू स्टार की 39वीं वर्षगांठ पर दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की एक झांकी लगाई, जिसमें उनके कपड़ों पर खून लगा हुआ था और एक पोस्टर लगा था, जिस पर लिखा था कि श्री दरबार साहिब पर हमले का बदला लिया जाएगा।
राजनयिक आर्य ने कहा कि हाल ही में ब्रैम्पटन परेड में दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके अंगरक्षकों की हत्या को चित्रित करके वह अब खुलेआम भारत के खिलाफ हिंसा का आह्वान कर रहे हैं। भारत द्वारा इस मुद्दे को कनाडा में उच्चतम स्तर पर उठाने के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चेतावनी दी कि संबंध प्रभावित होंगे, विदेश मंत्री मेलानी जोली ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि ऐसा प्रचार अस्वीकार्य है।
जोली ने कहा कि उनका देश राजनयिकों की सुरक्षा के संबंध में वियना कन्वेंशन के तहत अपने दायित्वों को बहुत गंभीरता से लेता है मगर कुछ लोगों की हरकतें पूरे समुदाय या कनाडा के लिए मायने नहीं रखतीं। भारत ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए मंगलवार को कनाडाई उच्चायुक्त कैमरन मैके को भी बुलाया। निज्जर (45) को गुरुद्वारे के पार्किंग क्षेत्र के बाहर गोली मार दी गई थी। उसके सिख फॉर जस्टिस के साथ संबंध थे। ऑस्ट्रेलिया में भी ऐसे ही खालिस्तान समर्थक पोस्टर सामने आए हैं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया में भारत के उच्चायुक्त मनप्रीत वोहरा और मेलबर्न में भारत के महावाणिज्य दूतावास सुशील कुमार को निशाना बनाया गया है।