बढ़ते तापमान से महिलाओं में बढ़ रहा कैंसर का खतरा

Aug 2, 2025 - 08:48
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बढ़ते तापमान से महिलाओं में बढ़ रहा कैंसर का खतरा

जलवायु परिवर्तन और बढ़ती गर्मी का महिलाओं के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ रहा है। एक नए अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया है कि तापमान बढ़ने के साथ महिलाओं में स्तन, अंडाशय (ओवरी), गर्भाशय और सर्वाइकल कैंसर के मामले और मौतें दोनों बढ़ रही हैं।

जलवायु परिवर्तन का महिलाओं में कैंसर के खतरे पर क्या असर पड़ता है, यह जानने के लिए शोधकताओं ने मध्य पूर्व और उत्तर अफ्रीका के 17 देशों को चुना है। इनमें शामिल अल्जीरिया, बहरीन, मिस्त्र, ईरान, इराक, जार्डन, कुवैत, लेबनान, लीबिया, मोरक्को, ओमान, कतर, सऊदी अरब, सीरिया, ट्यूनीशिया, संयुक्त अरब अमीरात और फिलिस्तीन शामिल थे। ये सभी देश जलवायु परिवर्तन के प्रति बेहद संवेदनशील हैं और पहले ही तापमान में तेजी से होती वृद्धि का सामना कर रहे हैं। वहीं आशंका है कि इस क्षेत्र में 2050 तक तापमान के चार डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। 1 इसके साथ ही अपने अध्ययन में शोधकर्ताओं ने इन देशों में स्तन, अंडाशय, गर्भाशय और सर्वाइकल कैंसर के मामलों और मौतों से जुड़े आंकड़ों को भी जुटाया है और उनकी तुलना 1998 से 2019 के बीच बढ़ते तापमान से की है। शोध के नतीजे दर्शाते हैं कि तापमान में वृद्धि के साथ मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में स्तन, अंडाशय, सर्वाइकल और गर्भाशय कैंसर के मामले भी बढ़े हैं। वहीं कतर, बहरीन, जार्डन, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और सीरिया जैसे देशों में यह बढ़ोतरी सबसे अधिक देखी गई।

यह वो देश हैं जो साल दर साल भीषण गर्मी का सामना करते हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक, तापमान में हर एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ ये चारों तरह के कैंसर कहीं ज्यादा आम और घातक हो रहे हैं। इस अध्ययन के नतीजे अंतरराष्ट्रीय जर्नल फ्रंटियर्स इन पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित हुए हैं। अध्ययन से पता चला है कि तापमान में हर एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ महिलाओं में कैंसर के मामलों में प्रति लाख लोगों पर 173 से 280 • मामलों तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसमें अंडाशय (ओवरी) का कैंसर सबसे ज्यादा, जबकि स्तन कैंसर सबसे कम बढ़ा है। बढ़ते तापमान की वजह से सिर्फ कैंसर के मामले ही नहीं बढ़ रहे, इनसे होने वाली मौतों में भी इजाफा दर्ज किया गया है। आंकड़ों से पता चला है कि तापमान में हर डिग्री की बढ़ोतरी के साथ प्रति लाख लोगों पर होने वाली मौतों में 171 से 332 तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई। अध्ययन में यह भी सामने आया है कि कैंसर के मामलों और मौतों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी कतर, बहरीन, जार्डन, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और सीरिया में दर्ज की गई है। हालांकि, साथ ही अध्ययन में यह भी सामने आया है कि यह वृद्धि सभी देशों में एक समान नहीं थी । उदाहरण के लिए कतर में हर डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ स्तन कैंसर के मामले प्रति लाख लोगों पर 560 तक बढ़े, जबकि बहरीन में यह बढ़ोतरी 330 रेकार्ड की गई।

वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह अध्ययन दिखाता है कि बढ़ता तापमान इन कैंसरों की एक वजह हो सकता है। हालांकि हर देश में इसका प्रभाव अलग-अलग देखा गया। इसका मतलब है कि तापमान के अलावा भी कुछ और कारण कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं। उदाहरण के लिए, कुछ जगहों पर बढ़ती गर्मी के साथ हानिकारक वायु प्रदूषण भी बढ़ता है, जो कैंसर को फैलने में मदद कर सकता है। विजय गर्ग सेवानिवृत्त प्रिंसिपल मलोट पंजाब