नवरात्रि पर्व (चैत्र)-

Apr 8, 2024 - 14:04
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नवरात्रि पर्व (चैत्र)-
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नवरात्रि पर्व (चैत्र)-

धन्य आज का मंगल क्षण है । भुवाल माता को वन्दन है ।

 भुवाल माता के दर्शन भरते है प्राणो में पुलकन ढूँढ रहा पर भुवाल माता को व्रजाहत

  • सा यह विरही मन । भुवाल माता का साया सबको मन में सुहाया किन्तु कहाँ वह माँ है जिसने श्रम से हमको बनाया ।
  • भुवाल माता गौरवशाली फलावनत जिसकी हर डाली जिसने फसले नई उगाई नहीं दिखती वह स्वयं इकतारी ।
  • भुवाल माता ने सबको समाया माता से कुछ नहीं छिपा उड़ते प्राण हँस को रोके क्या ऐसा गुर हमको नहीं सिखाया । धन्य आज का मंगल क्षण है भुवाल माता को वन्दन है ।
  • प्रदीप छाजेड़