मोदी सरकार के खिलाफ संसद में कल अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा

Aug 7, 2023 - 19:25
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मोदी सरकार के खिलाफ संसद में कल अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा
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केंद्र की मोदी सरकार मंगलवार को संसद में अपने खिलाफ दूसरे अविश्वास प्रस्ताव का सामना करेगी. यह दूसरे कार्यकाल का पहला अविश्वास प्रस्ताव भी है।

लोकसभा बिजनेस एडवाइजरी कमेटी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तीन दिन का समय तय किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देंगे। मणिपुर पर जारी संग्राम के बीच 26 जुलाई को कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया।

 विपक्ष मणिपुर हिंसा पर लगातार पीएम मोदी के बयान के साथ विस्तृत चर्चा की मांग कर रहा है. जबकि केंद्र अमित शाह के बयान के साथ चर्चा पर राजी है। इससे पहले 20 जुलाई 2018 को तेलगू देशम पार्टी मोदी सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाई थी. यह मोदी सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव था. 12 घंटे की चर्चा के बाद मोदी सरकार को 325 वोट मिले थे. जबकि अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में विपक्ष को 126 वोट मिले थे।

 अब 2023 में मोदी सरकार अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार है. हालांकि, लोकसभा का नंबर गेम साफ तौर पर मोदी सरकार के पक्ष में नजर आ रहा है. लोकसभा में बहुमत के लिए 272 सांसदों की जरूरत है । जबकि बीजेपी के सदन में 301 सदस्य हैं. वहीं, सहयोगियों के साथ मिलकर यह नंबर और बढ़ जाता है. बीजेपी ने व्हिप जारी कर सभी सांसदों को 7 अगस्त से 11 अगस्त कर उपस्थित रहने के लिए कहा है।

हालांकि, कांग्रेस के इस प्रस्ताव का समर्थन करने वाले I.N.D.I.A. गठबंधन का नंबर गेम से कोई लेना देना नहीं है. बल्कि एक मात्र मकसद मणिपुर हिंसा पर प्रधान मंत्री मोदी को सदन में बोलने के लिए मजबूर करना है. मणिपुर में 3 मई से हिंसा हो रही है. 160 से ज्यादा लोगों की इसमें मौत हुई है। मंगलवार को लोकसभा में बहस के दौरान I.N.D.I.A. गठबंधन और बीआरएस समेत कई पार्टियों के सांसद विफलताओं पर सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे. तो वहीं, सब की निगाहें कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की संसद में एंट्री पर होंगी कि वे इस बहस में हिस्सा लेंगे या नहीं।

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को उनकी सजा रद्द कर दी थी. इसके बाद सोमवार को लोकसभा सचिवालय की ओर से आदेश जारी कर उनकी सदस्यता को बहाल कर दिया गया. मानहानि केस में 2 साल की सजा के बाद राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी गई थी।

2018 में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी अपने भाषण के बाद अपनी बेंच से उठकर पीएम मोदी के पास गए थे और उन्होंने अचानक पीएम मोदी को गले लगा लिया था. प्रधानमंत्री ने इसके बाद अपने जवाब में राहुल गांधी द्वारा आंख मारने पर मजाक भी बनाया था. ऐसे में सबके मन में यही सवाल है कि क्या वायनाड सांसद राहुल गांधी की संसद में वापसी के साथ, एक बार फिर गले लगाने और आंख मारने के लिए मंच तैयार हो गया है?

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